कैथल: हरियाणा जिला के कैथल में शुक्रवार को विभिन्न कर्मचारी संगठनों के पदाधिकारियों ने मिलकर कैथल जवाहर पार्क में एक सभा की. जिसके बाद कैंडल मार्च निकालते हुए शहीदी स्मारक तक गए और रोष मार्च निकाला. इस कैंडल मार्च में सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा, सीटू, रिटायर्ड कर्मचारी संघ, किसान सभा, जनवादी महिला समिति, अखिल भारतीय खेत मजदूर यूनियन, एसएफआई, डीयूएफआई व हरियाणा ज्ञान विज्ञान समिति के पदाधिकारी शामिल हुए.
पत्रकारों से बात करते हुए प्रदर्शनकारी नेताओं ने कहा कि दिल्ली में पहलवान बेटियां अपनी मांगों को लेकर लंबे समय से धरना प्रदर्शन कर रही हैं. लेकिन सरकार के कान पर जूं तक नहीं रेंग रही है. अगर इन्हीं धाराओं में किसी और व्यक्ति पर मामला दर्ज होता, तो अब तक जेल में सलाखों के पीछे होता. परंतु भाजपा सरकार बृजभूषण जैसे नेता को बचा रही है. एक तरफ तो सरकार नारा देती है, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ और दूसरी तरफ उसी सरकार के सांसद मंत्री बेटियों पर अत्याचार कर रहे हैं. जिसकी जांच होनी चाहिए और दोषी पाए जाने पर इनको सलाखों के पीछे भेजना चाहिए. जब तक पहलवान बेटियों को न्याय नहीं मिलेगा तब तक इस तरह के प्रदर्शन जारी रखेंगे.
वहीं, रोहतक में भी दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रही महिला पहलवानों के समर्थन में रोहतक में मानसरोवर पार्क से डी पार्क तक कैंडल मार्च निकाला गया. इस मार्च का आयोजन शहर के विभिन्न जन संगठनों की ओर से किया गया. इस मार्च के जरिए भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी की मांग की गई. इस मार्च में शामिल सामाजिक कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार को आड़े हाथों लिया.
सामाजिक कार्यकर्ताओं ने कहा कि केंद्र सरकार यौन शोषण जैसे गंभीर मामले के आरोपी को बचाने का प्रयास कर रही है. जबकि धरना दे रहे पहलवानों ने देश का नाम दुनिया में रोशन किया है. लेकिन सरकार इन पहलवानों की कोई सुनवाई नहीं कर रही है. प्रदेश भर की खाप पंचायतें भी पहलवानों के समर्थन में खुलकर सामने आ चुकी हैं. गौरतलब है कि जंतर-मंतर पर बजरंग पूनिया, साक्षी मलिक, विनेश फौगाट समेत कई पहलवान करीब एक माह से धरने पर बैठे हैं. इन पहलवानों ने बृज भूषण शरण सिंह पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं. सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल होने के बाद बृजभूषण शरण सिंह के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई. लेकिन अब तक शरण से पुलिस ने पूछताछ नहीं की है.
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अखिल भारतीय जनवादी महिला समिति की नेता जगमति सांगवान ने कहा कि केंद्र सरकार पूरी बेशर्मी पर उतर आई है. एक ओर जहां बृजभूषण शरण सिंह पर कार्रवाई होनी चाहिए. वहीं, दूसरी ओर सरकार बचाव में उतर आई है. भाजपा नेता खुलकर भारतीय कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष का बचाव कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आने वाले दिनों में देश भर में व्यापक आंदोलन होगा.