ETV Bharat / state

जींद में व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए हरियाणा रोडवेज को लग रहा लाखों रुपयों का चूना

author img

By

Published : Mar 1, 2020, 9:47 AM IST

बेटिकट यात्रा करने वाले युवाओं ने अपने व्हाट्स एप पर 20 से भी ज्यादा ग्रुप बनाए हुए हैं, जो कि उन्हें फ्लाइंग की पल-पल की जानकारी देते हैं. ऐसे में ये युवा प्रतिदिन बसों में फ्री सफर करते हैं और फ्लाइंग से भी आसानी से बच निकलते हैं.

WhatsApp group for not buying tickets
WhatsApp group for not buying tickets

जींद: सोशल मीडिया का उपयोग के साथ-साथ दुरुपयोग भी हो रहा है. सोशल मीडिया द्वारा रोडवेज विभाग को तो खूब चूना लगाया जा रहा है. रोडवेज बसों में फ्री में सफर करने वाले युवा इतने सक्रिय हैं कि रोडवेज के जीएम की फ्लाइंग तक की पूरी जानकारी रखते हैं. जींद डिपो से विभिन्न रूटों पर जाने वाली बसों में बिना टिकट सफर करने वाले युवाओं के व्हाट्स एप ग्रुप सक्रिय हैं.

इन नामों से बनाए जाते हैं व्हाट्स एप

इन बेटिकट युवाओं द्वारा व्हाट्स एप ग्रुप पर हिसार, रोहतक-दिल्ली, सफीदों टू पानीपत सुपर अपडेट, रोडवेज फ्लाइंग, उज्जवला योजना, मौसम की जानकारी, सबसे बड़ा भाईचारा, फ्लाइंग आला बाबू, जींद टू रोहतक स्टाफ, परिंदे सफर में, हरियाणा रोडवेज हेल्पलाइन नाम से व्हाट्स एप ग्रुप बनाए हुए हैं.

व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए हरियाणा रोडवेज को लग रहा लाखों का चूना, देखें वीडियो

इन ग्रुपों के एडमिन समेत अन्य मैंबर प्रतिदिन विभिन्न रूटों पर सफर करते हैं. ये सदस्य कभी भी कंडक्टर से टिकट नहीं लेते और फ्री में सफर करते हैं. हालांकि, कभी-कभी फ्लाइंग टीम छापेमारी कर ग्रुपों को चला रहे युवाओं को सफर के दौरान पकड़ लेती है. जब उनके मोबाइलों को चेक किया जाता है तो उनमें फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने वाले बनाए हुए ग्रुप मिलते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा के प्रसिद्ध जंबो पराठे: 50 मिनट में 3 पराठे खाइये, 1 लाख का इनाम पाइये

ये भी बता दें कि जैसी ही फ्लाइंग टीम को ग्रुप के बारे में पता लगता है उसी समय उस ग्रुप का एडमिन ग्रुप लेफ्ट कर देता है. फिर कोई दूसरा उस ग्रुप का एडमिन बन जाता है और ऐसे ही इन युवाओं का फ्री में सफर करने का खेल चलता रहता है.

व्हाट्स एप ग्रुप के कारण रोडवेज को हो रहा आर्थिक नुकसान

फरवरी महीने की शुरुआत में रोडवेज फ्लाइंग की जानकारी चालक-परिचालकों को गुप्त रखने के लिए जीएम ने आदेश दिए थे. जीएम ने कहा था कि व्हाट्स एप के माध्यम से चालक या परिचालकों द्वारा रोडवेज फ्लाइंग की सूचना पहले ही बेटिकट यात्रा करने वाले लोगों को मिल जाती थी.

इससे बेटिकट यात्री या तो टिकट कटवा लेते हैं या फिर बीच रास्ते ही उतर जाते हैं. इससे रोडवेज फ्लाइंग के हाथ कुछ हासिल नहीं हो पाता है. ऐसे में रोडवेज को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है.

हिसार में एक ग्रुप एडमिन के खिलाफ दर्ज हुआ था केस

पिछले दिनों व्हाट्स एप ग्रुप पर रोडवेज फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने वाले एक युवक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. रोडवेज फ्लाइंग हिसार द्वारा गुरु जंबेश्वर यूनिवर्सिटी के सामने एक बस की चेकिंग के दौरान बेटिकट यात्री पकड़े गए.

युवक के मोबाइल से एक व्हाट्स एप ग्रुप मिला था. युवक ने उस ग्रुप में 253 लोगों को जोड़ा हुआ था. उस ग्रुप में रोडवेज फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने के मैसेज पाए गए.

ग्रुप पर फ्लाइंग की जानकारी साझा की तो होगी सख्त कार्रवाई

इस पर रोडवेज फ्लाइंग हिसार की टीम ने उस युवक पर कार्रवाई करते हुए इसकी शिकायत पुलिस को दी थी. पुलिस ने इस मामले में युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. पूछताछ में युवक ने बताया था कि उसने ये ग्रुप करीब एक साल पहले बनाया था.

इस मामले को लेकर जींद रोडवेज के जीएम ने कहा कि लंबे और लोकल रूटों पर फ्री सफर करने को लेकर जो युवाओं ने सोशल मीडिया पर व्हाट्स एप ग्रुप बनाए हुए हैं. उन युवाओं के साथ फ्लाइंग सख्ती से निपटेगी.

जींद: सोशल मीडिया का उपयोग के साथ-साथ दुरुपयोग भी हो रहा है. सोशल मीडिया द्वारा रोडवेज विभाग को तो खूब चूना लगाया जा रहा है. रोडवेज बसों में फ्री में सफर करने वाले युवा इतने सक्रिय हैं कि रोडवेज के जीएम की फ्लाइंग तक की पूरी जानकारी रखते हैं. जींद डिपो से विभिन्न रूटों पर जाने वाली बसों में बिना टिकट सफर करने वाले युवाओं के व्हाट्स एप ग्रुप सक्रिय हैं.

इन नामों से बनाए जाते हैं व्हाट्स एप

इन बेटिकट युवाओं द्वारा व्हाट्स एप ग्रुप पर हिसार, रोहतक-दिल्ली, सफीदों टू पानीपत सुपर अपडेट, रोडवेज फ्लाइंग, उज्जवला योजना, मौसम की जानकारी, सबसे बड़ा भाईचारा, फ्लाइंग आला बाबू, जींद टू रोहतक स्टाफ, परिंदे सफर में, हरियाणा रोडवेज हेल्पलाइन नाम से व्हाट्स एप ग्रुप बनाए हुए हैं.

व्हाट्स एप ग्रुप के जरिए हरियाणा रोडवेज को लग रहा लाखों का चूना, देखें वीडियो

इन ग्रुपों के एडमिन समेत अन्य मैंबर प्रतिदिन विभिन्न रूटों पर सफर करते हैं. ये सदस्य कभी भी कंडक्टर से टिकट नहीं लेते और फ्री में सफर करते हैं. हालांकि, कभी-कभी फ्लाइंग टीम छापेमारी कर ग्रुपों को चला रहे युवाओं को सफर के दौरान पकड़ लेती है. जब उनके मोबाइलों को चेक किया जाता है तो उनमें फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने वाले बनाए हुए ग्रुप मिलते हैं.

ये भी पढ़ें- हरियाणा के प्रसिद्ध जंबो पराठे: 50 मिनट में 3 पराठे खाइये, 1 लाख का इनाम पाइये

ये भी बता दें कि जैसी ही फ्लाइंग टीम को ग्रुप के बारे में पता लगता है उसी समय उस ग्रुप का एडमिन ग्रुप लेफ्ट कर देता है. फिर कोई दूसरा उस ग्रुप का एडमिन बन जाता है और ऐसे ही इन युवाओं का फ्री में सफर करने का खेल चलता रहता है.

व्हाट्स एप ग्रुप के कारण रोडवेज को हो रहा आर्थिक नुकसान

फरवरी महीने की शुरुआत में रोडवेज फ्लाइंग की जानकारी चालक-परिचालकों को गुप्त रखने के लिए जीएम ने आदेश दिए थे. जीएम ने कहा था कि व्हाट्स एप के माध्यम से चालक या परिचालकों द्वारा रोडवेज फ्लाइंग की सूचना पहले ही बेटिकट यात्रा करने वाले लोगों को मिल जाती थी.

इससे बेटिकट यात्री या तो टिकट कटवा लेते हैं या फिर बीच रास्ते ही उतर जाते हैं. इससे रोडवेज फ्लाइंग के हाथ कुछ हासिल नहीं हो पाता है. ऐसे में रोडवेज को आर्थिक नुकसान भी हो रहा है.

हिसार में एक ग्रुप एडमिन के खिलाफ दर्ज हुआ था केस

पिछले दिनों व्हाट्स एप ग्रुप पर रोडवेज फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने वाले एक युवक के खिलाफ केस दर्ज किया गया था. रोडवेज फ्लाइंग हिसार द्वारा गुरु जंबेश्वर यूनिवर्सिटी के सामने एक बस की चेकिंग के दौरान बेटिकट यात्री पकड़े गए.

युवक के मोबाइल से एक व्हाट्स एप ग्रुप मिला था. युवक ने उस ग्रुप में 253 लोगों को जोड़ा हुआ था. उस ग्रुप में रोडवेज फ्लाइंग की गुप्त जानकारी देने के मैसेज पाए गए.

ग्रुप पर फ्लाइंग की जानकारी साझा की तो होगी सख्त कार्रवाई

इस पर रोडवेज फ्लाइंग हिसार की टीम ने उस युवक पर कार्रवाई करते हुए इसकी शिकायत पुलिस को दी थी. पुलिस ने इस मामले में युवक के खिलाफ केस दर्ज कर लिया था. पूछताछ में युवक ने बताया था कि उसने ये ग्रुप करीब एक साल पहले बनाया था.

इस मामले को लेकर जींद रोडवेज के जीएम ने कहा कि लंबे और लोकल रूटों पर फ्री सफर करने को लेकर जो युवाओं ने सोशल मीडिया पर व्हाट्स एप ग्रुप बनाए हुए हैं. उन युवाओं के साथ फ्लाइंग सख्ती से निपटेगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.