जींद: शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाएं गरीबी मुक्त मोर्चा के बैनर तले जींद की सड़कों पर उतरी. इन महिलाओं ने शहर के मुख्य मार्ग से होते हुए सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और जिला लघु सचिवालय पहुंची. यहां महिलाओं ने अपनी मांगों को लेकर सिटी मजिस्ट्रेट विजेंद्र हुड्डा को ज्ञापन सौंपा.
ये हैं मुख्य मांगे-
- सरकार द्वारा चलाई गई इंदिरा आवास योजना के तहत मकान बनाने की राशि दी जाए
- दोबारा सर्वे कर जरूरतमंद परिवारों के बीपीएल राशन कार्ड बनाए
- इंदिरा आवास योजना जिसका नाम बदल कर अब अब प्रधानमंत्री आवास योजना कर दिया गया है. इसके तहत काटी गई कॉलोनियों में बिजली, पानी, सड़क जैसी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई जाए
सरकारी दफ्तरों के चक्कर काट काट कर परेशान हुई महिलाओं ने अपनी भड़ास निकालते हुए कहा कि बहुत बार आवेदन कर चुके हैं, लेकिन कोई काम नहीं होता. महिलाओं ने बताया कि ना कोई राशन कार्ड बनाता है और बार-बार कहा जाता है की सुनवाई होगी.
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वहीं सरकार बार-बार दावे करती रहती है कि गरीबों की भलाई के लिए अनेक योजनाएं चलाई गई हैं. गरीब लोगों को नाममात्र शुल्क में राशन दिया जा रहा है. पक्के मकान बनाने के लिए सहायता राशि दी जा रही है, लेकिन रोजाना सैकड़ों लोग कार्यालयों के चक्कर काटने आते हैं.
यहां तक आरोप लगाते हैं कि बीपीएल के राशन कार्ड बनते समय कोई सर्वे एजेंट नहीं आता बल्कि सरपंच और अधिकारी घर बैठकर लिस्ट तैयार करते हैं. जिससे जरूरतमंद का कार्ड नहीं बन पाता और सक्षम लोग इन योजनाओं का फायदा उठा लेते हैं.