जींद: जिला पूरी तरह से कोरोना मुक्त हो चुका है. पिछले 15 दिन से कोई भी कोरोना वायरस संक्रमित केस नहीं मिला है. अब प्रशासन ने जिले के विकास को लेकर कदम आगे बढ़ाने शुरू कर दिए हैं.
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जिला में धीरे-धीरे हालात समान्य हो रहे हैं. मनरेगा योजना के तहत जिले के कई गांवों में विकास कार्य भी शुरू करवा दिए हैं.
अब इस योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों को प्रतिदिन 284 रुपये की बजाय 3०9 रुपये की मजदूरी मिलेगी. जिला उपायुक्त ने बताया कि मनरेगा योजना के तहत विकास कार्य शुरू होने से मनरेगा योजना के मजदूरों को गांवों में ही काम मिलेगा जिससे उन्हें आमदनी होगी.
उन्होंने बताया कि मनरेगा योजना एक ऐसी योजना है जिसके तहत पंजीकृत व्यक्ति को गांव में ही काम देना होता है. उन्होंने बताया कि जिले में कुल 56 हजार 5०4 मनरेगा योजना के पंजीकृत परिवार हैं.
इस योजना के तहत विकास कार्य शुरू होने से इन परिवारों को काफी फायदा होगा. उन्होंने बताया कि सरकार द्वारा मनरेगा योजना के तहत काम करने वाले मजदूरों की मजदूरी में भी एक अप्रैल से बढ़ोतरी कर दी है,