चंडीगढ़: उचाना तहसील के पटवारी का ऐसा कारनामा सामने आया है, जिसे पढ़कर आपके होश उड़ जाएंगे. सरकारी बाबू अय्याशी के शौकीन है. साथ में क्रिकेट में सट्टा लगाने का भी खूमार छाया है. इसलिए इतने सारे घोटालों का आरोप है, जिसका कोई हिसाब नहीं है. दरअसल, खराब हुई फसलों के लिए मुआवजा राशि सरकार ने किसानों के खाते में डालने के लिए दी थी.पटवारी ने मुआवजा राशि किसानों के खाते में न डालकर अपने साथियों के खाते में जमा करवा दी.
सन्नी नाम का पटवारी करोड़ों रुपये के गबन का आरोपी है. जिसके चलते बीते 10 दिनों से ये रिमांड पर चल रहा है. इतना ही नहीं इस मामले में पुलिस ने आरोपी पटवारी की महिला मित्र समेत तीन को गिरफ्तार कर लिया है. शुक्रवार को कोर्ट में पेश करके पुलिस फिर से चार दिन के रिमांड पर पटवारी को लेकर आई है.
वहीं, इस मामले की जानकारी देते हुए डीएसपी संदीप कुमार ने बताया कि उचाना के नायब तहसीलदार प्रतीक की शिकायत पर मुआवजा राशि में घोटाले करने और फर्जी साइन करके दूसरों के खाते में मुआवजा राशि डाले जाने पर मामला दर्ज किया था. पुलिस ने सन्नी पटवारी को गिरफ्तार कर लिया है जिसके बाद से आरोपी पटवारी के पास से पुलिस रिकवरी भी कर रही है.
बताया जा रहा है कि सन्नी ने 2 करोड़ रुपये का घोटाला किया है. अभी तक पुलिस ने 29 लाख रुपये समेत साढ़े चार लाख रुपये की कीमत वाली गाड़ी भी बरामद कर ली है. सन्नी पटवारी के पास उचाना तहसील के आठ गांव थे. जिनमें तारखां, खेड़ी मंसानिया, खटकड़ समेत अन्य गांव में सन्नी पटवारी के पद पर था.
वहीं, डीएसपी ने बताया कि सबसे ज्यादा रुपये सन्नी पटवारी ने अपने महिला मित्र के खाते में डाले हैं. सन्नी पटवारी ने पुलिस पूछताछ में बताया कि किसानों की मुआवजा राशि उसने गलत संगत में पड़ कर उड़ाई. क्रिकेट मैचों में सट्टा लगाने के साथ-साथ ये अय्याशी भी करता था. अपनी अय्याशी के शौक को पूरा करने के लिए सट्टा लगाता जिसके चलते उसने पैसों का गबन किया.
अब पुलिस ने बताया है कि जिन किसानों को मुआवजा राशि दी जानी थी. वो सन्नी से रिकवर करके उन किसानों के खातों में डाली जाएगी. डीसी जींद, एसपी जींद की देखरेख में पूरे मामले की जांच चल रही है. स्थानीय टीम द्वारा भी निरंतर इस मामले को जांच को आगे बढ़ाया जा रहा है.
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