जींद: नौकरी बहाली की मांग को लेकर पीटीआई अध्यापक लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इस दौरान धरने पर बैठे बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों को कभी राजनीतिक तो कभी कर्मचारी संघ का समर्थन मिल रहा है. इसी कड़ी में अब सीटू के सदस्यों ने भी 51वें धरने में शामिल होकर पीटीआई शिक्षकों का समर्थन किया है.
धरने पर कर्मचारी संगठनों के अलावा जिले से खाप पंचायतों के प्रतिनिधि भी शामिल हुए. प्रदर्शनकारियों ने धमतान तपा के प्रधान रंगीराम की रिहाई की मांग को लेकर डीसी को ज्ञापन भी सौंपा है. सीटू के जिला सचिव कपूर सिंह ने कहा कि देश और प्रदेश की बीजेपी सरकार लगातार जन विरोधी नीतियों को लागू करके जनता को और गरीब बना रही है. उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार ने कोर्ट की आड़ में 1983 पीटीआई अध्यापकों को नौकरी से हटा दिया.
देशव्यापी सत्याग्रह की तैयारी
कपूर सिंह ने बताया कि पीटीआई अध्यापकों की नौकरी बहाली और सरकार की निजीकरण की नीतियों के खिलाफ 9 अगस्त को जींद, उचाना और सफीदों में देशव्यापी सत्याग्रह में कार्यकर्ता बढ़-चढ़ कर हिस्सा लेंगे. उन्होंने साथ ही बताया कि इस सत्याग्रह को लेकर पूरी तैयारियां कर ली गई है. साथ ही कार्यकर्ताओं में भी भारी जोश देखा जा रहा है.
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क्या है मामला
बता दें बीते दिनों नौकरी पर वापस रखने की मांग कर रहे बर्खास्त पीटीआई अध्यापकों पर 31 जुलाई को जींद में पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया था. शिक्षकों के समर्थन में धमतान तपा के पूर्व प्रधान ने आत्मदाह की कोशिश की थी. जिसके बाद पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया. इसके बाद पुलिसकर्मियों ने प्रदर्शनकारियों को पीछे हटाने के लिए कार्रवाई करते हुए उन पर लाठीचार्ज कर दिया था.