जींद: लॉकडाउन का पालन कराने के लिए प्रशासन द्वारा सख्ती करने के बाद पार्षदों ने अपने-अपने वार्डों में नाके लगा कर ठीकरी पहरे शुरू करवा दिए हैं. अब तक जींद जिला व शहर लॉक नजर आ रहा था, लेकिन अब गलियां भी नाकों से लॉक नजर आईं.
पार्षदों के आह्वान पर स्थानीय लोगों ने गलियों के बाहर नाके शुरू कर दिए हैं और खुद लोगों ने सुरक्षा का जिम्मा अपने कंधों पर उठा लिया है. स्थानीय लोग खुद सुबह 6 से रात 10 बजे तक ठीकरी पहरा दे रहे हैं.
कॉलोनियों से बाहर जाने से लोगों को रोक रहे हैं. केवल उन्हें ही बाहर जाने दिया जा रहा है, जिन्होंने किराना या मेडिकल से संबंधित कोई सामान लेना हो.
युवा ही नहीं, बल्कि बुजुर्ग भी ठीकरी पहरे में साथ दे रहे हैं. अगर कोई युवाओं की बात नहीं मानता है तो बुजुर्ग आगे आकर उन्हें लॉकडाउन के चलते लगाए गए ठीकरी पहरे के बारे में समझा रहे हैं.
पटियाला चौक स्थित श्याम नगर में तो खुद पार्षद के प्रतिनिधि पति ठीकरी पहरा देते हुए नजर आए. गलियों को बंद करने के लिए लोगों ने आसपास पड़े खाली सामान का ही प्रयोग किया. कुछ ने तो रस्सियां बांधकर गलियों को बंद किया जबकि कुछ ने अपनेीकारों या फिर अन्य वाहनों को गलियों में अड़ाकर उन्हें बंद किया हुआ था.