जींद: बुधवार को किसानों ने भारतीय किसान यूनियन के बैनर तले 40 सदस्यीय पदाधिकारी बनाकर कई अहम फैसले लिए हैं. 40 सदस्यीय पदाधिकारियों में मुख्य तौर पर महिलाओं और युवाओं को जगह दी गई है जो आंदोलन की कमान संभालेंगे. महिलाओं ने कहा कि अब वो भी घरों से बाहर निकलकर आंदोलन को मजबूत करेगी. उन्होंने बताया कि महिलाएं अब चूल्हा चौका और गोबर तक सिमित नहीं है.
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वहीं बीकेयू के जिला प्रधान आजाद सिंह पालवा ने बताया कि आज 40 किसानों को जिला स्तर और खंड स्तर पर जिम्मेदारी सौंपी गई है. अब हमारी लड़ाई कृषि कानून रद्द करवाने के साथ-साथ व्यवस्था परिवर्तन की बन गई है. उन्होंने कहा कि किसान भाईयों को पता है कि ये लड़ाई लंबी चलेगी जिसको मजबूती देने के लिए संगठन का विस्तार किया गया है और संगठन में महिलाओं, छात्रों और आईटी सेल का विस्तार किया गया है.
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महिलाओं ने कहा कि अब उनके अंदर से डर निकल चूका है और वो किसी भी स्थिति से निपटने के लिए तैयार है. महिलाएं अब गांव-गांव जाकर टीम बनाएगी और 2024 तक ये लड़ाई जारी रखेगी.