जींद: सोमवार को लघु सचिवालय के सभागार में जिला समन्वय एवं निगरानी समिति की बैठक हुई. इस बैठक में सिरसा सांसद सुनीता दुग्गल और सोनीपत सांसद रमेश कौशिक ने विकास कार्यों के लिए अधिकारियों को दिशा निर्देश दिए. इस बैठक में कुल 41 एजेंडे रखे गए. जिसमें मुख्य तौर पर पानी, सड़क, नशा, अपराध के मुद्दों को रखा गया था.
पानी, बिजली और सिंचाई जैसे मुद्दों पर हुई चर्चा
बैठक के बाद पत्रकारों से बात करते हुए सोनीपत सांसद रमेश कौशिक ने कहा कि जिले में विकास की गति कैसे तेज हो इस बारे में चर्चा की गई है. उन्होंने कहा कि इस बैठक में 41 मुद्दों पर चर्चा हुई है, जिसमें राज्य सरकार और केंद्र सरकार के प्रोजेक्ट हैं. इन मुद्दों में पानी, बिजली और सिंचाई आदि के मामले भी शामिल हैं.
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'हम नशे के खिलाफ कर रहे हैं काम'
बैठक में मौजूद सिरसा की सांसद सुनीता दुग्गल ने कहा कि हमने मीटिंग में नशे के खिलाफ और महिलाओं की सुरक्षा किस तरह से निश्चित हो इसके लिए अधिकारियों से डिटेल मांगी है. सुनीता दुग्गल ने कहा कि हम नशे के खिलाफ काम करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
'सरकारी अस्पतालों में डॉक्टरों की कमी है'
स्वास्थ्य सेवाओं पर सुनीता दुग्गल ने माना कि पूरे प्रदेश में हाल ठीक नहीं हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी है जिन्हें जल्द ही भर्ती कर पूरा किया जाएगा. गौरतलब है कि प्रदेश में डॉक्टरों की कमी को पूरा करने के लिए दिसंबर 2014 में मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने जींद में मेडिकल बनाने की घोषणा की थी, लेकिन अब 5 साल बाद भी उस कॉलेज की सिर्फ चार दिवारी ही बन पाई है. ऐसे में सवाल ये उठता है कि कैसे सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को सुधार पाएगी.