कैथल: अबतक देश की राजधानी से पलायन की खबरें आ रही थी लेकिन ये सिलसला अब कैथल से भी शुरु हो गया है. इनमें पलायन करने वाले अधिकतर लोग मेरठ और हापुड़ से हैं. ये लोग करीब 200 किलोमीटर के सफर पर निकल पड़े हैं.
पलायन को मजबूर लोग
पलायन करने वाले लोगों का कहना है कि जिस काम के लिए आए थे वो काम बंद हो गए हैं. उनके पास अब कोई काम भी नहीं है. जितने पैसे थे वो भी खत्म हो गए हैं. अब उनके पास न पैसे हैं और ना ही काम. पैसे खत्म हुए तो अपने गांवों के लिए पलायन करने पर मजबूरी हो गया है.
इन लोगों का ये भी कहना है कि सरकार वायदा तो कर रही है पर वायदे पर खरा नहीं उतर रही. खाना देने के वायदे खूब हुए पर उनके पास कोई खाना नहीं पहुंचा. इन परदेशियों की मांग है कि अगर सरकार उन्हें कोई साधन उपलब्ध करा दे तो सरकार की मेहबानी होगी.
वहीं जींद में प्रशासन द्वारा जरूरतमंद लोगों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवाई जा रही है. खुद जिला उपायुक्त इसको लेकर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इसके साथ-साथ कई अन्य सामाजिक संस्थाएं भी जरूरतमंद लोगों को भोजन के पैकेट उपलब्ध करवा रही हैं.
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बता दें कि पूरे देश में कोरोना वायरस का संकट मंडराता जा रहा है. लगातार लोग इसका शिकार होते जा रहे हैं. पूरे देश में अबतक करीब 945 लोग कोरोना से पीड़ित हो चुके हैं. वहीं देशभर में 23 लोगों की जान भी जा चुकी है. केंद्र सरकार ने 21 दिन के लॉकडाउन की घोषणा की है. हरियाणा में कुल संदिग्धों की संख्या बढ़कर 19 हो गई है. हरियाणा सरकार ने कोरोना के खतरे को देखते हुए पूरे प्रदेश को लॉकडाउन कर दिया है.