जींदः दिल्ली विधानसभा चुनाव में जेजेपी की भागीदारी को लेकर हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा है कि दिल्ली चुनाव को लेकर 11 औऱ 12 जनवरी को दिल्ली में अहम बैठक बुलाई गई है. इस बैठक के बाद ही चुनाव को लेकर आगे की रुप रेखा तैयार की जाएगी. दुष्यंत चौटाला शुक्रवार सुबह जींद में मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने जेजेपी कार्यालय में लोगों की शिकायतें सुनीं और फिर उचाना विधानसभा में धन्यवाद दौरे के लिए रवाना हुए.
12 तारीख को गठबंधन पर लगेगी मुहर!
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर जेजेपी सुप्रीमो दुष्यंत चौटाला ने कहा कि जेजेपी कि 11 और 12 जनवरी को दिल्ली में एक अहम बैठक होगी. उस बैठक के बाद दिल्ली के चुनाव पर अहम निर्णय लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि चुनाव गठबंधन के साथ लड़ें या अकेले किन-किन सीटों पर लड़े ये फैसले 12 तारीख को होने वाली बैठक में लिए जाएंगे. दुष्यंत ने कहा कि अगर कमेटी निर्णय लेती है तो जेजेपी अधिकतम सीटों पर चुनाव लड़ेगी.
दिल्ली में इन 12 सीटों पर JJP मजबूत!
जेजेपी ने दिल्ली की राजनीति में सक्रिय होने के लिए तकरीबन 12 सीटों की निशानदेही कर ली है. ये वे सीटे हैं जहां हरियाणा मूल के लोगों की संख्या काफी है और इसके अलावा इसमें जाट बाहुल्य सीटें भी शामिल हैं. जेजेपी के नेता नजफगढ़, मुंडका, बवाना, नरेला, बिजवासन, मटियाला, पालम, महिपालपुर, महरौली, नांगलोई जाट, बदरपुर, देवली और चकरपुर सीटों पर खुद की अच्छी पकड़ मानते हुए नजर आ रहे हैं.
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जेजेपी की पहली पसंद है BJP!
हरियाणा की सत्ता में भागीदार बनी जननायक जनता पार्टी (जेजेपी) ने अब दिल्ली की राजनीति की ओर ध्यान केंद्रित किया है. जेजेपी दिल्ली में 12 विधानसभा सीटों पर खुद को मजबूत मानती है. जेजेपी ने ऐलान किया है कि चुनावों के मद्देनजर गठबंधन के लिए जो भी उसके पास आएगा, उस पर विचार किया जाएगा. हालांकि, ऐसे संकेत मिल रहे हैं कि दिल्ली में जेजेपी के लिए पहली पसंद बीजेपी ही है और इस सिलसिले में दोनों दलों के बीच बातचीत के दौर भी शुरु हो चुके हैं.
दिल्ली चुनाव की तारीखों का ऐलान
दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों का ऐलान हो गया है. दिल्ली में 8 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए वोट डाले जाएंगे और नतीजे 11 फरवरी को आएंगे. इस बार दिल्ली चुनाव में 1.46 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे. सभी 70 विधानसभा सीटों पर ईवीएम का प्रयोग होगा. 70 सदस्यीय दिल्ली विधानसभा का कार्यकाल 22 फरवरी को समाप्त होगा. नियमानुसार उससे पहले ही चुनाव संपन्न कराकर नई विधानसभा का गठन करना होगा.