जींद: लॉकडाउन के दौरान जींद जिले में फंसे प्रवासी मजदूर को उनके घर भेजा जा रहा है. जिला प्रशासन ने प्रवासी मजदूरों को उनके घरों में पहुंचाने के लिए लगातार काम कर रही है. अब तक उत्तर प्रदेश के 3,925 प्रवासी मजदूरों को उनके घर भेजा जा चुका है. मध्य प्रदेश के 270 प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचाने की तैयारियां पूरी कर ली गई है.
बता दें कि इन मजदूरों को मंगलवार को उनके घर के लिए रवाना किया जाएगा. 8 बसों के जरिए इन मजदूरों को रोहतक रेलवे स्टेशन तक ले जाया जाएगा. उन सभी बसों को सैनिटाइज करवा दिया गया है. ये बस मंगलवार सुबह प्रवासी मजदूरों को लेकर रेलवे स्टेशन के लिए रवाना होगी.
रवाना होने वाले सभी मजदूरों की स्वास्थ्य जांच करवाई जा चुकी है. मजदूरों को गृह राज्य पंहुचने में कोई परेशानी न हो इसके लिए इन्हें मास्क, सैनिटाइजर और खाने-पीने की चीजे भी मुहैया करवाई जाएंगी. इन प्रवासी मजदूरों को राजकीय कन्या महाविद्यालय और राजकीय महाविद्यालय में ठहराया गया है.
फिलहाल यहां 162 प्रवासी मजदूर मौजूद हैं. मंगलवार को रवाना होने वाले अन्य मजदूरों को भी दूरभाष के माध्यम से सूचित कर दिया गया है, ताकि वे समय पर पहुंच कर बसों में सवार होकर रोहतक रेलवे स्टेशन के लिए रवाना हो सकें. रोहतक से इन मजदूरों को श्रमिक रेलगाड़ी के माध्यम से टीकमगढ़ पंहुचाया जाएगा.
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इसके बाद बिहार, छत्तीसगढ़ व झारखंड राज्यों के प्रवासी मजदूरों को उनके गृह राज्यों में भेजा जाएगा. अबतक बिहार राज्य के 935, छत्तीसगढ़ राज्य के 48 और झारखंड राज्य के 32 प्रवासी मजदूर गृह राज्य लौटने के लिए पंजीकृत हो चुके हैं. जल्द ही एक-दो दिन में इन मजदूरों को भी गृह राज्यों के लिए रवाना किया जाएगा.
डीसी डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि जिन बसों द्वारा इन मजदूरों को भेजा जाता है, उन्हें रवाना करने से पहले पूरी तरह से सैनिटाइज किया जा रहा है तथा वापसी आने के बाद भी उन्हें सैनिटाइज करवाया जाएगा.