जींद: कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का आंदोलन तेज हो गया है. किसानों के दिल्ली चलो आंदोलन को रोकने की प्रशासन की सभी तैयारियां नाकाम होती दिखाई दे रही है. इससे पहले हरियाणा-पंजाब खनोरी बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने के बाद आंदोलनकारी किसान हरियाणा में प्रवेश कर चुके हैं. अब किसान दिल्ली की तरफ कूच करने वाले हैं.
हालांकि अभी तक किसान वहां से आगे रवाना नहीं हुए हैं क्योंकि प्रशासन ने रास्ते में पत्थर रखकर रास्ता ब्लॉक किया हुआ है, प्रशासन आंदोलनकारी किसानों को रोकने के हर संभव प्रयास कर रहा है. लेकिन प्रशासन द्वारा किए गए इंतजाम की पहली स्टेज यानी पहली बाधा को किसान पार कर चुके हैं. अब इसके बाद किसानों को रोकने के लिए प्रशासन आगे के रास्ते को ब्लॉक करने की तैयारी में जुट गया है.
इस पूरे मामले को लेकर जिला उपायुक्त डॉ. आदित्य दहिया ने बताया कि किसानों को दिल्ली जाने से रोकने के लिए पुलिस और सिविल प्रशासन मुस्तैदी से काम कर रहे हैं. हमने पूरे इंतजाम किए हैं कि किसी को भी यहां से दिल्ली नहीं जाने दिया जाएगा. प्रशासन ने बॉर्डर पर किसानों को रोकने की पूरी कोशिश की थी लेकिन फिर भी किसान आगे बढ़ गए. डीसी ने बताया कि सभी किसानों को शांति बनाए रखने की अपील की जा रही है.
खनोरी बॉर्डर पर हुई हिंसा को लेकर डीआईजी ओपी नरवालर का कहना है कि पुलिस पूरी मुस्तैदी से काम कर रही है और इसे आगे भी 4 से 5 बैरियर बनाए गए हैं जो इससे भी मजबूत हैं. किसी को भी कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा और जींद के रास्ते आगे बढ़ने नहीं दिया जाएगा. गाड़ियों में जो तोड़फोड़ हुई है उसको लेकर जांच कर रहे हैं और धारा 144 की अवहेलना पर जल्द ही करवाई की जाएगा.
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गौरतलब है कि बड़ी संख्या में किसान दिल्ली आने की कोशिश कर रहे हैं लेकिन पंजाब-हरियाणा बॉर्डर पर पुलिस ने कड़ी सुरक्षा की हुई है. इसके बाद भी किसानों ने बैरिकेड्स उखाड़ दिए. इसके जवाब में पुलिस ने वाटर कैनन और आंसू गैस के गोले का इस्तेमाल किया. आज यूपी के किसान भी इस आंदोलन में शामिल होंगे.