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जींद में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार, बचने के लिए निगली एमटीपी किट की चार गोलियां - जींद में स्वास्थ्य विभाग का छापा

स्वास्थ्य विभाग की टीम ने झोलाछाप डॉक्टर को गिरफ्तार किया है. आरोपी धर्मजीत गांव में खुशबू नाम से बच्चों का अस्पताल चलाता था.

जींद में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार
जींद में झोलाछाप डॉक्टर गिरफ्तार
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Published : Feb 27, 2020, 10:15 PM IST

जींद: ईगराह गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देर शाम छापेमारी करके बिना डिग्री और लाइसेंस के अस्पताल चला रहे झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपी डॉक्टर के पास से एक एमटीपी किट बरामद की, लेकिन झोलाछाप मौका पाकर एमटीपी किट की चारों गोलियों को निगल गया.गोली निगलने के बाद आरोपी की तबीयत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में लगाया गया. जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है.

दरअसल, विभाग को सूचना मिली थी कि ईगराह गांव निवासी धर्मजीत गांव में खुशबू नाम से बच्चों का अस्पताल चलाता है. वो एमटीपी किट उपलब्ध करवाता है. इसके बाद टीम का गठन किया गया और विभाग ने एक ग्राहक बनाकर आरोपी डॉक्टर के अस्पताल पर भेजा. जहां पर 1500 रुपये लेकर आरोपीत ने एमटीपी किट ग्राहक को दे दी.

ये भी पढ़िए: 1947 जैसा दृश्य दोबारा दिखाना चाहती है कांग्रेस- अनिल विज

एमटीपी किट की गोलियां निगल गया आरोपी

इस दौरान उसकी नजर जब विभाग की टीम पर पड़ी तो उसने एमटीपी किट को छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन विभाग की टीम ने उसका पीछा किया. इस दौरान आरोपी धर्मजीत एमटीपी किट की चारों गोलियों निगल गया.

फर्जी निकला डॉक्टर!

सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि टीम ने अस्पताल में सर्च अभियान चलाया तो उसके पास न तो डॉक्टर की डिग्री मिली और न ही अस्पताल का लाइसेंस मिला, जबकि आरोपी अपने आप को बीएमएस बता रहा था. सर्च अभियान के दौरान विभाग की टीम ने अस्पताल से काफी दवाइयां और इंजेक्शन बरामद किए हैं.

जींद: ईगराह गांव में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने देर शाम छापेमारी करके बिना डिग्री और लाइसेंस के अस्पताल चला रहे झोलाछाप डॉक्टर को पकड़ा गया. स्वास्थ्य विभाग की टीम ने आरोपी डॉक्टर के पास से एक एमटीपी किट बरामद की, लेकिन झोलाछाप मौका पाकर एमटीपी किट की चारों गोलियों को निगल गया.गोली निगलने के बाद आरोपी की तबीयत बिगड़ गई और उसे अस्पताल में लगाया गया. जहां पर उसका इलाज किया जा रहा है.

दरअसल, विभाग को सूचना मिली थी कि ईगराह गांव निवासी धर्मजीत गांव में खुशबू नाम से बच्चों का अस्पताल चलाता है. वो एमटीपी किट उपलब्ध करवाता है. इसके बाद टीम का गठन किया गया और विभाग ने एक ग्राहक बनाकर आरोपी डॉक्टर के अस्पताल पर भेजा. जहां पर 1500 रुपये लेकर आरोपीत ने एमटीपी किट ग्राहक को दे दी.

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एमटीपी किट की गोलियां निगल गया आरोपी

इस दौरान उसकी नजर जब विभाग की टीम पर पड़ी तो उसने एमटीपी किट को छीनकर भागने की कोशिश की, लेकिन विभाग की टीम ने उसका पीछा किया. इस दौरान आरोपी धर्मजीत एमटीपी किट की चारों गोलियों निगल गया.

फर्जी निकला डॉक्टर!

सिविल सर्जन डॉ. जयभगवान जाटान ने बताया कि टीम ने अस्पताल में सर्च अभियान चलाया तो उसके पास न तो डॉक्टर की डिग्री मिली और न ही अस्पताल का लाइसेंस मिला, जबकि आरोपी अपने आप को बीएमएस बता रहा था. सर्च अभियान के दौरान विभाग की टीम ने अस्पताल से काफी दवाइयां और इंजेक्शन बरामद किए हैं.

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