जींद: चुनाव आते ही पार्टियां प्रचार-प्रसार तेज कर देती है. जनसभाएं की जाती है, ताबड़तोड़ रैलियां होती हैं, इसके साथ ही घर-घर जाकर भी अपने पक्ष में वोट मांगे जाते हैं. वोट मांगने के लिए सबसे ज्यादा इस्तेमाल लाउडस्पीकर का किया जाता है. लाउडस्पीकर के जरिए लोगों से वोट देने की अपील की जाती है. जिसके चलते हर ओर चुनावी शोर सुनाई देता है. आम जनता को ना चाहते हुए भी अनचाही आवाज को बार-बार सुनना पड़ता है. इसी को लेकर जींद के शाहपुर गांव की पंचायत ने फैसला सुनाया है.
शाहपुर गांव का अनोखा फैसला
चुनावी चोर को देखते हुए शाहपुर गांव की पंचायत ने ये फैसला लिया है कि कोई भी पार्टी गांव के अंदर आकर लाउड स्पीकर नहीं बजाएगी. अगर ऐसा किया गया तो जुर्माने के तौर पर पार्टी को 11 हज़ार रुपए देने होंगे. स्पीकर बजाने लिए गांव के बाहर एक जगह दी गई है. जहां से चुनाव प्रचार किया जा सकेगा.
शराब की बिक्री पर भी रोक
लाउडस्पीकर के अलावा गांव ने शराब की बिक्री पर भी रोक लगा दी गई है. गांव के अंदर शराब नहीं बांटी जा सकेगी. ऐसा करने पर भी 11 हज़ार का जुर्माना वसूला जाएगा.
अभी तक वसूला गया 21 हज़ार जुर्माना
गांव की सरपंच ने बताया कि 30 लोगों की कमेटी बनाई गई है, जो ये देख रही है कि नियमों का पालन ठीक से हो रहा है या फिर नहीं है. इसके साथ ही उन्होंने बताया कि पंचायत के इस फैसले के बाद कमेटी ने नियमों का उल्लघंन करने वाले 3 लोगों से 21 हज़ार रुपए जुर्माना वसूला है. जुर्माने के पैसे गांव के विकास कार्यों पर खर्च किए जाएंगे.