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जींद में टीवी फ्रॉड: नकली एलईडी पर ब्रांड का लोगो, शोरूम मालिक पर केस दर्ज

जींद में ब्रांडेड कंपनी के लोगो लगाकर नकली एलईडी टीवी बेचने का मामला सामने आया है. पुलिस ने शोरूम मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया है.

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Published : Dec 18, 2019, 8:58 AM IST

जींद: जिले में ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी टीवी बेचने वाला नेटवर्क सक्रिय है. ये बड़ा नेटवर्क लोगों के साथ धोखा करने के साथ-साथ सरकार को भी टैक्स चोरी कर चूना लगा रहा है.

सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियों की जींद में बिक्री लगातार घटने से अब नकली एलईडी बेचने वाला ये नेटवर्क अब इन कंपनियों के रडार पर आ गया है. पुलिस पहले ही इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज कर चुकी है.

जींद में टीवी फ्रॉड, देखें वीडियो

शोरूम मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

शहर थाना पुलिस ने सैमसंग कंपनी के एरिया अधिकारी की शिकायत पर जींद में नेक्स्ट शोरूम के मालिक मनोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. जिसमें इस शोरूम पर सैमसंग कंपनी की नकली एलईडी बेचने का मामला पकड़ा गया था. ये मामला दर्ज होने के बाद अब नकली एलईडी टीवी के साथ उस बड़े नेटवर्क से पर्दा उठा है जो लोगों के साथ धोखा कर रहा था.

10 हजार में 40 इंच का टीवी

इस नेटवर्क में कुछ ऐसे लोग शामिल हैं जो बिजली का सामान या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बेचने की आड़ में नकली एलईडी दिल्ली से लाकर बेच रहे हैं. इन पर सोनी, सैमसंग, एलजी जैसी कंपनियों के लोगो लगे होते हैं. शोरूम पर जो 40 इंची एलईडी 40 हजार रुपये में मिलती है. उसे इस नेटवर्क में शामिल लोग महज 10 हजार रुपये में में बेच रहे हैं.

लोगों को बेची नकली एलईडी टीवी

इस फर्जीवाड़े में चाइनीज एलईडी बहुत सस्ते रेट पर दिल्ली से मंगवाई जाती हैं. चाइनीज एलईडी पर सैमसंग, सोनी और एलजी जैसे बड़े ब्रांडों के लोगो लगा दिए जाते हैं. इनके रिमोट भी उसी कंपनी के लोगो वाले होते हैं, जिस कंपनी का लोगो चाइनीज एलईडी पर लगाया जाता है. इससे आम लोगों को भ्रम होता है कि वो ब्रांडेड कंपनी की असली एलईडी टीवी खरीद रहा है.

ये भी पढ़ें:- सीएम की अध्यक्षता में हुई बीजेपी की बैठक, पूर्व पीएम अटल बिहारी की जयंति पर होंगे कार्यक्रम

कम रेट में बेचते थे नकली एलईडी टीवी

शोरूम और इस नेटवर्क की एलईडी की कीमतों में भारी अंतर को लेकर नेटवर्क से जुड़े लोग आम जनता को ये जवाब देते हैं कि दिल्ली में यह एलईडी कस्टम ड्यूटी की चोरी कर सीधे विदेश से आती हैं और इसी कारण इनका रेट कम होता है, नेटवर्क से जुड़े लोग पहले इस तरह की एलईडी की डिमांड अपने पास जनरेट करते हैं और उसके बाद दिल्ली जाकर गाड़ी में एलईडी लाकर उसे उन लोगों को बेच देते हैं, जिनसे इस तरह की एलईडी की डिमांड उनके पास आई होती है.

लैब जांच में हुआ खुलासा

इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के लिए एरिया अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने कुछ ग्राहक नेक्सट शोरूम पर भेजे. जो एलईडी वहां से ग्राहकों को दी गई, उनकी लैब में जांच में सैमसंग की एलईडी नहीं होकर नकली मिली.

इसी शिकायत पर पुलिस ने शोरूम मालिक मनोज के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस द्वारा इस तरह का मामला दर्ज किए जाने के बाद उन लोगों में भी हडकंप है, जो शहर में इस तरह ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी को ब्रांडेड कंपनियों की एलईडी बताकर बेच रहे हैं.

जींद: जिले में ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी टीवी बेचने वाला नेटवर्क सक्रिय है. ये बड़ा नेटवर्क लोगों के साथ धोखा करने के साथ-साथ सरकार को भी टैक्स चोरी कर चूना लगा रहा है.

सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियों की जींद में बिक्री लगातार घटने से अब नकली एलईडी बेचने वाला ये नेटवर्क अब इन कंपनियों के रडार पर आ गया है. पुलिस पहले ही इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज कर चुकी है.

जींद में टीवी फ्रॉड, देखें वीडियो

शोरूम मालिक के खिलाफ मामला दर्ज

शहर थाना पुलिस ने सैमसंग कंपनी के एरिया अधिकारी की शिकायत पर जींद में नेक्स्ट शोरूम के मालिक मनोज के खिलाफ मुकदमा दर्ज करवाया है. जिसमें इस शोरूम पर सैमसंग कंपनी की नकली एलईडी बेचने का मामला पकड़ा गया था. ये मामला दर्ज होने के बाद अब नकली एलईडी टीवी के साथ उस बड़े नेटवर्क से पर्दा उठा है जो लोगों के साथ धोखा कर रहा था.

10 हजार में 40 इंच का टीवी

इस नेटवर्क में कुछ ऐसे लोग शामिल हैं जो बिजली का सामान या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बेचने की आड़ में नकली एलईडी दिल्ली से लाकर बेच रहे हैं. इन पर सोनी, सैमसंग, एलजी जैसी कंपनियों के लोगो लगे होते हैं. शोरूम पर जो 40 इंची एलईडी 40 हजार रुपये में मिलती है. उसे इस नेटवर्क में शामिल लोग महज 10 हजार रुपये में में बेच रहे हैं.

लोगों को बेची नकली एलईडी टीवी

इस फर्जीवाड़े में चाइनीज एलईडी बहुत सस्ते रेट पर दिल्ली से मंगवाई जाती हैं. चाइनीज एलईडी पर सैमसंग, सोनी और एलजी जैसे बड़े ब्रांडों के लोगो लगा दिए जाते हैं. इनके रिमोट भी उसी कंपनी के लोगो वाले होते हैं, जिस कंपनी का लोगो चाइनीज एलईडी पर लगाया जाता है. इससे आम लोगों को भ्रम होता है कि वो ब्रांडेड कंपनी की असली एलईडी टीवी खरीद रहा है.

ये भी पढ़ें:- सीएम की अध्यक्षता में हुई बीजेपी की बैठक, पूर्व पीएम अटल बिहारी की जयंति पर होंगे कार्यक्रम

कम रेट में बेचते थे नकली एलईडी टीवी

शोरूम और इस नेटवर्क की एलईडी की कीमतों में भारी अंतर को लेकर नेटवर्क से जुड़े लोग आम जनता को ये जवाब देते हैं कि दिल्ली में यह एलईडी कस्टम ड्यूटी की चोरी कर सीधे विदेश से आती हैं और इसी कारण इनका रेट कम होता है, नेटवर्क से जुड़े लोग पहले इस तरह की एलईडी की डिमांड अपने पास जनरेट करते हैं और उसके बाद दिल्ली जाकर गाड़ी में एलईडी लाकर उसे उन लोगों को बेच देते हैं, जिनसे इस तरह की एलईडी की डिमांड उनके पास आई होती है.

लैब जांच में हुआ खुलासा

इस धोखाधड़ी का पर्दाफाश करने के लिए एरिया अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने कुछ ग्राहक नेक्सट शोरूम पर भेजे. जो एलईडी वहां से ग्राहकों को दी गई, उनकी लैब में जांच में सैमसंग की एलईडी नहीं होकर नकली मिली.

इसी शिकायत पर पुलिस ने शोरूम मालिक मनोज के खिलाफ मामला दर्ज किया है. पुलिस द्वारा इस तरह का मामला दर्ज किए जाने के बाद उन लोगों में भी हडकंप है, जो शहर में इस तरह ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी को ब्रांडेड कंपनियों की एलईडी बताकर बेच रहे हैं.

Intro:Body:जींद में ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी बेचने वाला नेटवर्क सक्रिय है। यह बड़ा नेटवर्क लोगों के साथ धोखा करने के साथ-साथ सरकार को भी टैक्स चोरी के रूप में चूना लगा रहा है। सैमसंग समेत कई बड़ी कंपनियों की जींद में बिक्री लगातार घटने से अब नकली एलईडी बेचने वाला यह नेटवर्क अब इन कंपनियों के राडार पर आ गया है। पुलिस पहले ही इस सिलसिले में एफआईआर दर्ज कर चुकी है। कराधान विभाग भी अब बिना बिल के नकली एलईडी बेचने वाले नेटवर्क पर कार्रवाई करने जा रहा है।


शहर थाना पुलिस ने सेमसंग कंपनी के एरिया अधिकारी की शिकायत पर जींद में नेक्स्ट शोरूम के मालिक मनोज के खिलाफ  मुकदमा दर्ज करवाया है। जिसमें इस शोरूम पर सेमसंग कंपनी की नकली एलईडी बेचने का मामला पकड़ा गया था। यह मामला दर्ज होने के बाद अब नकली एलईडी के उस बड़े नेटवर्क से पर्दा उठा है जो लोगों के साथ बहुत बड़ा धोखा कर रहा था। इस नेटवर्क में कुछ ऐसे लोग शामिल है जो बिजली का सामान या दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स बेचने की आड़ में नकली एलईडी दिल्ली से लाकर बेची जा रही हैं। इन पर सोनी, सेमसंग, एलजी जैसी कंपनियों के लोगो लगे होते हैं। शोरूम पर जो 40 इंची एलईडी 40 हजार में मिलती है। उसे इस नेटवर्क में शामिल लोग महज 10 हजार में बेच रहे हैं।



इस फर्जीवाड़े में चाइनीज एलईडी बहुत सस्ते रेट पर दिल्ली से मंगवाई जाती हैं। चाइनीज एलईडी पर सेमसंग, सोनी और एलजी जैसे बड़े ब्रांडों के लोगो लगा दिए जाते हैं। इनके रिमोट भी उसी कंपनी के लोगो वाले होते हैं, जिस कंपनी का लोगो चाइनीज एलईडी पर लगाया जाता है। इससे आम लोगों को यह भ्रम होता है कि वह ब्रांडेड कंपनी की असली एलईडी खरीद रहा है। शोरूम और इस नेटवर्क की एलईडी की कीमतों में भारी अंतर को लेकर नेटवर्क से जुड़े लोग आम जनता को यह जवाब देते हैं कि दिल्ली में यह एलईडी कस्टम ड्यूटी की चोरी कर सीधे विदेश से आती हैं और इसी कारण इनका रेट कम होता है, नेटवर्क से जुड़े लोग पहले इस तरह की एलईडी की डिमांड अपने पास जनरेट करते हैं और उसके बाद दिल्ली जाकर गाड़ी में एलईडी लाकर उसे उन लोगों को बेच देते हैं, जिनसे इस तरह की एलईडी की डिमांड उनके पास आई होती है। 


जींद पुलिस ने जींद में रानी तालाब के पास स्थित नेक्सट शोरूम के मालिक मनोज के खिलाफ नकली एलईडी बेचने के आरोप में मामला दर्ज किया है। यह मामला सेमसंग कंपनी के एरिया अधिकारी सुरेंद्र कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है। एरिया अधिकारी सुरेंद्र कुमार ने कुछ ग्राहक एरिया अधिकारी ने नेक्सट शोरूम पर भेजे थे। जो एलईडी वहां से ग्राहकों को दी गई, वह लैब में जांच में सेमसंग की एलईडी नहीं होकर नकली मिली। इसी शिकायत पर पुलिस ने शोरूम मालिक मनोज के खिलाफ मामला दर्ज किया है। पुलिस द्वारा इस तरह का मामला दर्ज किए जाने के बाद उन लोगों में भी हडक़ंप है, जो शहर में इस तरह ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी नकली एलईडी को ब्रांडेड कंपनियों की एलईडी बताकर बेच रहे हैं। 

बाइट - धर्मबीर सिंह , डीएसपी जींद


बिना बिल के ब्रांडेड कंपनियों के लोगो लगी एलईडी बेचने वाले इस नेटवर्क में शामिल लोग सरकार को भी टैक्स चोरी के रूप में मोटा चूना लगा रहे हैं। एलईडी पर यह लोग सरकार को कोई टैक्स नहीं दे रहे हंै। टैक्स एलईडी की कीमत पर लगता है। जब बिल ही नहीं दिया जाता तो फिर टैक्स वसूलने का सवाल भी पैदा नहीं होता


Conclusion:
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