जींद: हरियाणा के जींद में भारतीय किसान यूनियन ने सरकार को खुली चेतावनी दी है. किसान यूनियन का कहना है कि 'सरकार खेतों में पड़ी पराली को उठाने का इंतजाम करें, नहीं तो किसान यूं ही पराली जलाएंगे. जैसे पिछले साल जलाई थी'. ये चेतावनी यूनियन के जिला प्रधान महेंद्र घिमाना ने दी है.
भारतीय किसान यूनियन की सरकार को चेतावनी
महेंद्र घिमाना का कहना है कि किसानों के पास पराली जलाने के अलावा कोई विकल्प नहीं है. पराली उठवाते है तो बहुत खर्चा आता है. इसलिए पराली जलाना किसान की मजबूरी है. या तो सरकार कोई इन्तजाम करें अन्यथा किसान यूं ही पराली जलाएंगे. सरकार यदि जुर्माना करेगी तो सरकार का विरोध किया जाएगा.
किसानों के खिलाफ ऑनलाइन एफआईआर
क्वालिटी कंट्रोल इंस्पेक्टर नरेंद्र का कहना है सैटेलाइट के माध्यम से जहां पराली जलाई गई इसकी लोकेशन मिलती है. इसके बाद कर्मचारी मौके पर जाकर छानबीन करते हैं, कि पराली जलाई गई है या नहीं. इस दौरान पराली जलाने के मिले अवशेष के बाद खेत मालिक की पहचान की जाती है और ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करवाई जाती है.
जींद के किसान परेशान
वहीं किसानों का कहना है कि यदि सरकार कोई बढ़िया कदम उठाए तो उनको पराली जलाने की जरूरत नहीं पड़ेगी. सरकार कोई इंतजाम नहीं कर पा रही इसलिए वो पराली जलाने को मजबूर हैं. वो भी पराली नहीं जलाना नहीं चाहते हैं, लेकिन पराली को खेत में डी-कंपोज करने में बहुत खर्चा आता है. इसके अलावा पराली को कूटने वाली मशीनें भी बहुत महंगी है.
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जींद में किसानों पर केस दर्ज
उधर कृषि विभाग का कहना है कि गांव-गांव जाकर किसानों को पराली न जलाने बारे जागरूक किया जा रहा है. उसके बाद भी जो किसान पराली जला रहे हैं, उन पर जुर्माना किया जा रहा है. इस साल पराली जलाने के 199 केस सामने आए हैं. जुर्माना न देने पर सजा का भी प्रावधान है.