जींदः जिले के हैबतपुर गांव में पहले ग्राम सचिवालय की हालत सख्ता नजर आ रही है. ग्राम सचिवालय खुलने से ग्रामीणों को उम्मीद थी कि इससे गांव के लोगों को काफी लाभ मिलेगा लेकिन ये ग्राम सचिवालय लोगों के लिए सफेद हाथी साबित हो रहा है. सचिवालय में कोई अधिकारी तक नहीं बैठता और कमरों पर भी ताले लगे हुए हैं. ऐसे में अधिकारियों की लापरवाही से परेशान ग्रामीणों को अपने कार्यों के लिए शहर के चक्कर लगाने पड़ते हैं.
खाप प्रधान ने दी चेतावनी
ग्राम सचिवालय पर माजरा खाप के प्रधान ने कहा कि सरकार ने इस ग्राम सचिवालय एक करोड़ रुपये केवल बर्बाद किए हैं. उन्होंने बताया कि कार्यालय में अधिकारी तो दूर की बात सफाई कर्मचारी भी नहीं आते. माजरा खाप के प्रधान ने कहा कि इस ग्राम सचिवालय के बिजली का बिल भी ग्राम पंचायत हैबतपुर देती है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार और प्रशासन ने इसकी तरफ कोई ध्यान नहीं दिया तो आगे ग्राम पंचायत और माजरा खाप इस ग्राम सचिवालय पर ताला लगा कर पंचायत इस जमीन पर कब्जा कर लेगी.
ग्रामीणों ने की ये मांग
वहीं ग्रामीणों ने कहा कि इसके खुलने से उन्हें कोई फायदा नहीं हुआ है क्योंकि यहां ना तो कोई अधिकारी आता है और ना ही कोई कर्मचारी. ग्रामीणों ने कहा कि इस सचिवालय में युवाओं लिए एक जिम खोली गई थी जिसका समान ऐसे ही भिखरा पड़ा है. उन्होंने डीसी से मांग की है कि सख्त से सख्त कार्रवाई करके अधिकारियों को सख्त आदेश दे कि वे यहां पर रोज जाकर लोगों की समस्या सुनें और का काम करें.
कार्यालय में सारी सुविधाएं
साढ़े 8हजार 5सौ वर्ग फुट में 48 लाख रूपए की राशि खर्च कर बनाये गए इस 16 कमरों वाले इस ग्राम सचिवालय में सभी प्रकार की आधुनिक सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं. यही नहीं ग्राम सचिवालय में जल संरक्षण के लिए वाटर हारवेस्टिंग सिस्टम भी लगाया गया है.