जींदः पूर्व कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अशोक तंवर ने नई पार्टी बनाने के संकेत दे दिए हैं. अशोक तंवर ने सफीदों के रेस्ट हाउस में पत्रकार वार्ता को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने प्रदेश सरकार और कांग्रेस पर जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हरियाणा में ठेकेदारी सिस्टम चला हुआ है. छोटी-छोटी नौकरियां रिश्वत देकर प्राप्त की जा रही हैं. देश और प्रदेश का शासन पूरी तरह से तानाशाह हो चुका है.
कांग्रेस पर जमकर बरसे तंवर
उन्होंने कहा कि हरियाणा में कहीं भी विपक्ष दिखाई नहीं देता और जो विपक्ष है भी उसने भी अपना काम नहीं किया. तंवर ने कहा कि फाइव स्टार की संस्कृति ने ही कांग्रेस को देश और प्रदेश में खात्मे के कगार पर खड़ा कर दिया है. खून पसीना बहाने वाले नेताओं और कार्यकर्ताओं की कोई कदर नहीं है और वो धीरे-धीरे पार्टी को छोड़कर चले जा रहे हैं. उन्होंने कहा कि प्रदेश की कांग्रेस में तो ये हालात है कि पैसे देकर टिकटें बिक रही हैं और एमएलए बनाए जा रहे हैं.
नई पार्टी बनाने का दिया इशारा
अगर कांग्रेस के हालात ऐसे नहीं होते तो आज हरियाणा में कांग्रेस की सरकार होती. उन्होंने कहा कि प्रदेश को एक नए विकल्प की आवश्यकता है. इसके लिए कई महीनों से कार्यकर्ताओं के साथ चर्चा चल रही है और कार्यकर्ता भी चाहते हैं कि प्रदेश को जल्द से जल्द एक नया विकल्प दिया जाए. इसके लिए निरंतर तैयारियां चल रही है और लोगों से सलाह मशवरा किया जा रहा है.
तंवर ने सरकार को भी घेरा
जल्द ही भविष्य में नई रणनीति तैयार की जाएगी. तंवर ने कहा कि कांग्रेस में एक बहुत बड़ा गिरोह है जो बीजेपी के इशारे पर पार्टी को हराने का कार्य कर रहा है. उन्होंने साफ किया कि जो कदर नहीं करता उसका नाम निश्चित है. तंवर ने कहा कि सृष्टि का नियम भी है कि जहां वफादारी ईमानदारी और मेहनत की कदर ना हो वहां पर रहना बहुत मुश्किल है और मेरे साथ भी ऐसा ही हुआ था.
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उन्होंने इंडस्ट्री में 75% युवाओं के आरक्षण की बात की थी. प्रदेश में आर्थिक मंदी का दौर जारी है और उद्योग धंधे पूरी तरह से खत्म हो चुके हैं. तंवर ने कहा कि अभी ट्रेलर चल रहा है. उन्होंने कहा कि जब उद्योग ही नहीं है तो आरक्षण देने का क्या फायदा होगा. कृषि एवं श्रम कानून पर उन्होंने कहा कि इस कानून को लेकर देश प्रदेश के किसान मजदूर गरीब में रोष है. सरकार गूंगी और बहरी भूमिका में खड़ी है. किसान और मजदूरों का दर्द समझने वाला कोई नहीं है.
पिछले साल तंवर ने कांग्रेस से दिया था इस्तीफा
गौरतलब है कि पिछले साल 2019 के हरियाणा विधानसभा चुनाव से पहले अशोक तंवर कांग्रेस पार्टी से अलग हो गए थे. तंवर टिकट बंटवारे को लेकर पार्टी के नेताओं से नाराज चल रहे थे. अशोक तंवर ने पांच करोड़ रुपये में टिकट बेचे जाने का आरोप भी लगाया था. आखिरकार अब उन्होंने नई पार्टी बनाने का संकेत दे दिया है.