जींद: पिल्लूखेड़ा निवासी 65 वर्षीय आढ़ती जो पीजीआई रोहतक में किडनी रोगी था उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. जिसके साथ ही कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या जींद जिले में तीन हो गई है. जींद में अब तक 34 लोग पॉजिटिव पाए गए हैं. जिसमें 26 लोग ठीक होकर घर वापस लौट चुके हैं. फिलहाल जिले में पांच लोग कोरोना एक्टिव हैं, जिनका पीजीआई में इलाज जारी है.
बता दें, पिल्लूखेड़ा निवासी 65 वर्षीय रामदयाल पिछले दस वर्षों से किडनी का मरीज था. जिसका इलाज दिल्ली के फॉर्टिस अस्पताल में चल रहा था. 7 मई को हालत खराब होने पर रामदयाल को परिवार के लोग दिल्ली ले गए थे. 24 मई को रामदयाल अपने परिवार के नौ सदस्यों के साथ दिल्ली से वापस लौटा था.
29 मई को बुखार होने के चलते उसे सफीदो सामान्य अस्पताल ले जाया गया था. जहां पर रामदयाल की सैंपलिंग की गई थी. 31 मई को उसकी कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट आई थी. जिसके बाद उसे पीजीआई रोहतक रेफर किया गया था. एक जून की रात को रामदयाल की तबीयत बिगड़ने पर उसे वेंटीलेटर पर रखा गया और दो जून की रात डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
गंभीर बीमारी से पीड़ित लोगों पर कहर बनकर टूट रहा कोरोना
जिले में कोरोना संक्रमण के चलते पिल्लूखेड़ा निवासी रामदयाल की तीसरी मौत है. इससे पहले गांव पेंगा निवासी 56 वर्षीय रामकुमार की बीती 21 मई को और गांव सिंगवाल निवासी 24 वर्षीय युवक की 29 मई को मौत हो गई थी. तीनों मृतक गंभीर बीमारियों से ग्रस्त थे. रामदयाल को किडनी रोग के साथ शुगर भी थी. गांव पेंगा निवासी रामकुमार फेफड़ों के कैंसर से ग्रस्त था, जबकि गांव सिंगवाला निवासी युवक टीबी का मरीज था. गंभीर बीमारियों से ग्रस्त होने के कारण कोरोना संक्रमण ने उन्हें आसानी से चपेट में ले लिया.