जींद: हरियाणा सरकार ने किसानों की समस्या को देखते हुए प्रदेश में गेहूं और सरसों की खरीद शुरू कर दी है. हरियाणा की मंडियों में कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जिन किसानों की गेहूं की खरीद होनी होती है उनको मैसेज या फोन कॉल के जरिए बताया जाता है. जिससे कि मंडियों में एक साथ ज्यादा किसान ना पहुंच जाएं. जींद की मंडी और खरीद केंद्रों पर गेहूं की अच्छी आवक है.
जींद मार्केट कमेटी के सदस्य संजीव कुमार ने बताया कि जींद अनाज मण्डी में गेहूं की आवक तेजी बढ़ रही है. शुक्रवार दोपहर तक 16 हजार क्विंटल गेहूं की आवक मंडी में हो चुकी थी. राजपुरा भैण गांव में एक अस्थाई गेहूं खरीद केंद्र स्थापित किया गया है. इस गेहूं खरीद केंद्र पर शुक्रवार को 4500 क्विंटल गेहूं की खरीद हुई. कुल मिलाकर इन दोनों केंद्रों पर 20 हजार 500 क्विंटल गेहूं की आवक हुई.
डीसी डॉ. आदित्य दहिया के दिशा-निर्देशन में गेहूं खरीद का कार्य सुचारू रूप से किया जा रहा है. गेहूं खरीद के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी विशेष खयाल रखा जा रहा है. किसान और उनके वाहनों को सैनिटाइज करने के बाद ही मंडी में प्रवेश मिल रहा है. किसानों को मास्क भी बांटे जा रहे हैं.
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मार्केट कमेटी के अनुसार 'मेरी फसल- मेरा ब्यौरा' के तहत 19 अप्रैल तक 12 हजार 283 किसानों का पंजीकरण किया जा चुका है. इसके साथ ही दो सत्रों में गेहूं खरीद का कार्य किया जा रहा है. सुबह के सत्र में और सांय के सत्र में 100-100 किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए बुलाया जा रहा है. किसानों के लिए शौचालय, स्वच्छ पेयजल, बिजली और अन्य सुविधाएं मुहैया करवाई जा रही हैं ताकि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी न हो.