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अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: 102वें दिन महिलाओं ने संभाला टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन का जिम्मा

किसान आंदोलन को 102 दिन हो चुके हैं. आंदोलन में रहते हुए ही आज टिकरी बॉर्डर पर महिलाओं ने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया. मंच का संचालन भी महिलाओं ने किया. महिलाओं ने कहा कि वो किसानों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर से लड़ाई लडे़ंगी.

tikri border international women's day
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Published : Mar 8, 2021, 3:47 PM IST

Updated : Mar 8, 2021, 3:54 PM IST

झज्जर: टिकरी बॉर्डर पर आज किसानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. भारी संख्या में धरनास्थल पर महिलाएं जुटी रहीं. महिलाओं का कहना है कि महिला समाज का अभिन्न अंग है. आज महिलाएं किसानों के कंधे से कंधा मिला कर हर मोर्चे पर खड़ी हैं.

महिलाओं का कहना है कि जब तक कानून वापसी नहीं तब तक वे घर वापसी नहीं. सरकार को चेतावनी देते हुए महिलाओं ने कहा कि सरकार की तानाशाही को देखते हुए महिलाएं सड़कों पर आई हैं. ये सोई हुई सरकार जब तक नहीं जगती तब तक महिलाएं सड़कों पर ही रहेंगी.

अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस: 102वें दिन महिलाओं ने संभाला टिकरी बॉर्डर पर आंदोलन का जिम्मा

ये भी पढ़ें- अब बेटियों के नाम से जानी जाएगी दादरी की वाल्मीकि कॉलोनी, हर घर पर लगेगी बेटी के नाम की नेमप्लेट

उनका कहना है कि सरकार महिलाओं से डरती है, सरकार को पता है कि अगर महिलाएं सड़कों पर आई तो सरकार को हटा देंगी. साथ ही महिलाओं ने ये भी कहा कि जब तक संसद में महिलाओं की संख्या 50 प्रतिशत नहीं होगी, तब तक महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिल सकता.

ये भी पढे़ं- कहानी सशक्त नारी की: पति ने की बॉर्डर की पहरेदारी, पत्नी ने खेतों की रक्षा के लिए उठा ली बंदूक

झज्जर: टिकरी बॉर्डर पर आज किसानों द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस मनाया गया. भारी संख्या में धरनास्थल पर महिलाएं जुटी रहीं. महिलाओं का कहना है कि महिला समाज का अभिन्न अंग है. आज महिलाएं किसानों के कंधे से कंधा मिला कर हर मोर्चे पर खड़ी हैं.

महिलाओं का कहना है कि जब तक कानून वापसी नहीं तब तक वे घर वापसी नहीं. सरकार को चेतावनी देते हुए महिलाओं ने कहा कि सरकार की तानाशाही को देखते हुए महिलाएं सड़कों पर आई हैं. ये सोई हुई सरकार जब तक नहीं जगती तब तक महिलाएं सड़कों पर ही रहेंगी.

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उनका कहना है कि सरकार महिलाओं से डरती है, सरकार को पता है कि अगर महिलाएं सड़कों पर आई तो सरकार को हटा देंगी. साथ ही महिलाओं ने ये भी कहा कि जब तक संसद में महिलाओं की संख्या 50 प्रतिशत नहीं होगी, तब तक महिलाओं को बराबरी का दर्जा नहीं मिल सकता.

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Last Updated : Mar 8, 2021, 3:54 PM IST
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