झज्जर: जिले में एक व्यापारी के घर पर हुई फायरिंग से नाराज शहर के दुकानदार बुधवार को पुलिस के खिलाफ सड़कों पर उतर आए. दुकानदारों ने शहर में पुलिस के खिलाफ जमकर प्रदर्शन किया और शासन व प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी भी की. प्रदर्शन करने से पहले शहर के सभी दुकानदारों ने अपनी दुकानें बंद रखी और बाद में सैकड़ों की संख्या में पंजाबी धर्मशाला में एकत्रित हुए.
इसके बाद दुकानदार शहरभर में प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे. सभी दुकानदार यहां अपनी मांगों का एक ज्ञापन उपायुक्त जितेन्द्र दहिया को सौंपना चाहते थे, लेकिन डीसी द्वारा कोरोना की महामारी के चलते प्रदर्शनकारियों में से कुछ को ही ज्ञापन देने के लिए अपने कार्यालय बुलाया गया था. इसी के चलते कुछ व्यापारी ही डीसी के यहां पहुंचे और अपनी मांगों का ज्ञापन उपायुक्त को सौंपा.
ज्ञापन में मांग की गई थी कि चार दिन पहले झज्जर की सुमन सिटी में सब्जी मंडी के एक आढ़ती के घर पर अज्ञात हमलावरों ने ग्यारह राउंड फायरिंग की थी. घटना को कई दिन बीत जाने के बाद भी पुलिस ने आज तक फायरिंग करने वाले बदमाशों की गिरफ्तारी नहीं की है. दुकानदारों का यह भी कहना था कि व्यापारी के घर फायरिंग करने के बाद से ही शहर के दुकानदारों में भारी रोष व्याप्त है और वह इस घटना से बुरी तरह आहत हैं.
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हरियाणा व्यापार मंडल के आह्वान पर बुधवार को किए गए झज्जर बंद में विशेष बात यह देखने को मिली कि शहर की सभी दुकानें बंद होने के साथ-साथ सब्जी मंडी भी पूर्णतया बंद रही. खैर डीसी ने इस मामले में प्रदर्शनकारी दुकानदारों को उचित कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है, लेकिन अब देखना ये होगा कि ये कार्रवाई कब तक की जाएगी.