झज्जर: हरियाणा के झज्जर में मंगलवार को नगर परिषद में कार्यरत सफाई कर्मचारियों ने जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा और उसमें चेतावनी देते हुए कहा कि अगर कार्रवाई नहीं होती है तो वह बड़े आंदोलन की ओर अग्रसर होंगे जिसकी जिम्मेवारी सिर्फ और सिर्फ सरकार की होगी.
जानकारी देते हुए जिला प्रधान राजेंद्र प्रसाद ने कहा कि उन्होंने 19 अक्टूबर से लेकर 29 अक्टूबर तक 11 दिन की हड़ताल की थी. जिसमें सरकार ने उनकी मांगों पर कार्रवाई करने की बात और निकाय मंत्री की अध्यक्षता में मुख्यमंत्री सचिव बी उमाशंकर की उपस्थिति में संघ और सरकार के बीच बातचीत हुई थी. उन्होंने बताया कि निकाय मंत्री कमल गुप्ता ने उन्हें आश्वासन दिया था कि आचार संहिता लगी हुई है जैसे ही चुनाव संपन्न हो जाएंगे तो उनकी मांगों पर उचित कार्रवाई की जाएगी तथा उनकी जो भी मांगे हैं उन्हें पूरा किया जाएगा.
जिला प्रधान शिवम ने बताया कि आज हमने जिला प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन दिया है और यह ज्ञापन आने वाले दिनों में बड़े आंदोलन के लिए सरकार व जिला प्रशासन को चेतावनी है. अगर समय रहते उनकी मांगों की ओर सरकार ने ध्यान नहीं दिया तो उनका आंदोलन 1996 जैसा (Safai Karamchari protest in Jhajjar) आंदोलन होगा. जिसके लिए सरकार जिम्मेदार होगी आज हम शांतिपूर्ण ढंग से अपना मांग पत्र सरकार को सौंप रहे हैं. उन्होंने बताया कि आज पूरे हरियाणा भर में सफाई कर्मचारियों ने चेतावनी देते हुए सरकार को ज्ञापन सौंपा है.
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कड़े शब्दों में यह भी कहा है कि कर्मचारी कमजोर नहीं है आने वाले समय में सरकार इसका अंजाम भी भुगतने के लिए तैयार रहें.
सफाई कर्मचारियों ने गुरुग्राम रोड पर जुलूस की शक्ल में सरकार विरोधी नारे लगाए. इस दौरान झज्जर बहादुरगढ़ तथा बेरी के सफाई कर्मचारी इकट्ठे हुए और नारेबाजी करते हुए लघु सचिवालय पहुंचे और अपनी मांगों का मांग पत्र जिला प्रशासन के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम सौंपा.
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