झज्जर: बरोदा उपचुनाव में बीजेपी के खिलाफ पीटीआई टीचर्स ने मोर्चा खोलने कि तैयारी कर दी है. पीटीआई टीचर्स ने साफ किया कि अगर सरकार समय रहते उनकी मांगें नहीं मानती तो वो बरोदा हलके के गांव-गांव जाकर सरकार के खिलाफ विरोध करेंगे. ईटीवी भारत के सामने दो पीटीआई शिक्षकों ने दो टूक शब्दों में कहा कि बरोदा चुनाव में ना केवल सरकार का विरोध होगा बल्कि सरकार के किसी भी नुमाइंदे को हलके के गांवों में घुसने नहीं दिया जाएगा.
'14 अगस्त को होगा जेल भरो आंदोलन'
पीटीआई टीचर्स एसोसिएशन के जिला प्रधान का कहना है कि उन्होंने 14 अगस्त को परिवार बच्चों सहित जेल भरो आंदोलन का फैसला लिया है. उनके साथ सर्व कर्मचारी संघ के कर्मचारी भी रहेंगे. प्रधान की मानें तो जेल भरो आंदोलन के बाद भी सरकार उनकी मांगों पर संज्ञान नहीं लेती है तो वो बरोदा उपचुनाव में सरकार का विरोध करेंगे.
उन्होंने कहा कि सभी पीटीआई टीचर्स बरोदा विधानसभा को अन्य कर्मचारियों के साथ मिलकर छावनी में तब्दील कर देंगे. हलके में केवल कर्मचारी वर्ग के लोग ही नजर आएंगे. बीजेपी को किसी भी सूरत में प्रचार नहीं करने दिया जाएगा.
57 दिन से धरने पर बर्खास्त पीटीआई
आपको बता दें कि पिछले 57 दिनों से पीटीआई टीचर्स री-ज्वाइनिंग की मांग को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन इतना समय बीत जाने के बाद भी सरकार के कानों में जूं तक नहीं रेग रही है. जिसके चलते अब पीटीआई ने परिवार सहित जेल भरो आंदोलन का फैसला लिया है.
'आखिरी सांस तक लड़ेंगे लड़ाई'
पीटीआई टीचर्स का आरोप है कि इतने दिन बीत जाने के बावजूद भी ना तो सरकार का कोई नुमाइंदा उनके पास पहुंचा और ना ही प्रशासन की तरफ से कोई पूछने आया है. आलम ये है पीने के पानी तक कि व्यवस्था उनके लिए नहीं की गई है. उनका कहना है भले ही कितने भी हथकंडे सरकार की तरफ से अपना लिए जाएं, उनकी लड़ाई आखिरी सांस तक जारी रहेगी.
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