झज्जर: हरियाणा में आने वाले कुछ ही समय में विधानसभा चुनाव हैं. जैसे-जैसे चुनाव पास आ रहे हैं वैसे-वैसे प्रदेश का सियासी पारा ऊपर जा रहा है. नेताओं के वार-पलटवार का सिलसिला शुरू हो चुका है, जो चुनाव तक जारी रहने की उम्मीद भी है. दरअसल बात ये है कि प्रदेश की कृषि मंत्री ओपी धनखड़ ने इनेलो की तरफ से आए एक विवादित बयान पर पलटवार किया है.
धनखड़ का इनेलो को जवाब
ओपी धनखड़ ने हरियाणा के भाजपाईयों को 95 प्रतिशत शाकाहारी बताया है. साथ ही कहा है कि विपक्ष के जो लोग भाजपा को मांसाहारी बता रहे हैं वो खुद क्या हैं ये बात जगजाहिर है. यहां ये बताना जरूरी है कि ये विवाद आखिर शुरू कहां से हुआ. इनेलो की तरफ से एक बयान सामने आया कि इनेलो के सारे कार्यकर्ता घास खाते हैं और जो लोग भाजपा में शामिल हो रहे हैं वो मांसाहारी हैं, क्योंकि भाजपा खुद मांसाहारियों की पार्टी है.
अभय चौटाला पर बरसे धनखड़
धनखड़ यहीं नहीं रुके, उन्होंने अभय चौटाला के उस बयान का भी हाथों हाथ जवाब दिया जिसमें अभय ने हरियाणा में कानून व्यवस्था चौपट होने की बात कहते हुए खुद को असुरक्षित बताया था. धनखड़ ने कहा कि अभय के डर का कारण कानून व्यवस्था खराब होना नहीं है बल्कि वो बयान इसलिए दे रहे हैं क्योंकि उनकी पार्टी पूरी तरह से हाशिए पर आ गई है.
बराला ही रहेंगे प्रदेश अध्यक्ष
धनखड़ के भाजपा के प्रदेशाध्यक्ष बनने वाली चर्चाओं पर पूरी तरह से विराम लगाते हुए उन्होंने कहा कि सुभाष बराला की अध्यक्षता में हरियाणा विधानसभा के चुनाव होंगे. प्रदेशाध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष का फैसला चुनावों के बाद ही होने की उम्मीद है.