झज्जर: बहादुरगढ़ में बीजेपी के पूर्व विधायक नरेश कौशिक को बड़ा झटका लगा है. उनके सहयोग और कोशिशों से पंचायत समिति चेयरपर्सन के खिलाफ लाया गया अविश्वास प्रस्ताव औंधे मुंह गिर गया है. भारतीय जनता पार्टी समर्थित ब्लॉक समिति चेयरपर्सन मोनिका गौड़ की कुर्सी बच गयी है. अविश्वास प्रस्ताव को लेकर बुलाई गई बैठक में सिर्फ पांच सदस्य ही पहुंचे.
औंधे मुंह गिरा अविश्वास प्रस्ताव
एडीसी जगनिवास ने बताया की अविश्वास प्रस्ताव की बैठक में सदस्यों के नहीं पहुंचने के कारण अविश्वास प्रस्ताव गिर गया है. उन्होंने कहा कि चेयरपर्सन की कुर्सी सुरक्षित है. अविश्वास प्रस्ताव गिरने के बाद चेयरपर्सन मोनिका के पति युद्धवीर ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव लाने के पीछे पूर्व बीजेपी विधायक नरेश कौशिक का हाथ है.
नरेश कौशिक पर आरोप
उन्होंने कहा कि उनके पास सबूत है कि नरेश कौशिक के साथ रहने वाले लोगों ने ब्लॉक समिति सदस्यों को अविश्वास प्रस्ताव के लिए फोन किया है. आपको बता दें कि युद्धवीर भारद्वाज पहले नरेश कौशिक के नजदीकी होते थे लेकिन विधानसभा चुनावों में बीजेपी की टिकट को लेकर नरेश कौशिक और युद्धवीर भारद्वाज आमने सामने आ गए थे.
बैठक में पहुंचे 5 सदस्य
ब्लॉक समिति बहादुरगढ़ के 30 सदस्य है जिनमे से 24 सदस्यों ने जिला उपायुक्त को चेयरपर्सन मोनिका के खिलाफ 10 दिसंबर को अविश्वास का नोटिस दिया था. अविश्वास प्रस्ताव को पास कराने के लिए 20 सदस्यों का हाजिर होकर वोट करना जरूरी था. लेकिन बैठक में केवल 5 सदस्य ही पहुंचे जिसके कारण मोनिका की कुर्सी बच गयी है.
ये भी पढ़ें: हरियाणा में 20-25 मिनट में मिल जाएगी पुलिस की मदद! डायल 112 पर विज का 'मास्टर प्लान'