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JNU छात्र नेता उमर खालिद पर हमले के आरोपी को शिवसेना ने बहादुरगढ़ से दिया टिकट - बहादुरगढ़ इलेक्शन न्यूज़ 2019

हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में प्रदेश में मुख्य रूप से बीजेपी, कांग्रेस, जेजेपी, इनेलो की बीच मुकाबला है. हालांकि, कई और क्षेत्रीय दलों ने भी यहां अपने प्रत्याशी उतारे हैं. महाराष्ट्र की पार्टी शिवसेना ने भी हरियाणा में अपना कैंडिडेट उतारा है. जिस पर JNU छात्र नेता उमर खालिद पर हमले के आरोप हैं.

Shiv Sena Candidate Naveen Dalal
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Published : Oct 9, 2019, 4:43 PM IST

Updated : Oct 9, 2019, 5:42 PM IST

झज्जर: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना ने विवादों में घिरे शख्स को मैदान में उतारा है, जिसका नाम नवीन दलाल है. नवीन दलाल को शिवसेना ने बहादुरगढ़ से टिकट दिया है. नवीन दलाल वही शख्स हैं, जिन पर JNU छात्र नेता उमर खालिद पर जानलेवा हमला करने के आरोप है. नवीन दलाल ने करीब 6 महीने पहले ही शिवसेना ज्वाइन की थी और शिवसेना के बहादुरगढ़ का जिलाध्यक्ष है. नवीन दलाल फिलहाल जमानत पर बाहर हैं और उनका केस कोर्ट में चल रहा है.

उमर खालिद पर हमले का आरोप
अगस्त 2018 में नवीन दलाल ने दरवेश शाहपुर के साथ मिलकर दिल्ली के कॉनस्टीट्यूशन क्लब के बाहर गोली चलाई थी, इस हमले में उमर खालिद की जान बाल-बाल बची. हमने के दौरान बंदूक जाम हो गई थी. इसके बाद दलाल और शाहपुर वहां से फरार हो गए थे. इसके बाद एक वीडियो जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि 'देश को स्वतंत्रता दिवस का तोहफा था'.

नवीन दलाल का बयान

देश सेवा के लिए गौरक्षा का रास्ता
नवीन दलाल अपने गांव में दंगल में हिस्सा लिया करते थे. साथ ही 60 किलो ग्राम कैटेगरी में वो स्टेट लेवल भी खेल चुके हैं, लेकिन 2010 में चोट लगने के कारण कुश्ती छोड़ दी थी. उनको फौज में जाने का मन था जिसके लिए कई बार कोशिश भी की लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं कर सके. लेकिन देश के लिए कुछ करना चाहते थे तो गौरक्षा शुरू कर दी.

ये भी पढ़ें:-PHOTOS: चुनावी रण में दिग्गज नेताओं की 'बाउंसर बयानबाजी'

चुनावी हलफनामें में दलाल की दलील
उनके खिलाफ तीन आपराधिक मामले लंबित हैं, जिसमें खालिद पर हमले के संबंध में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एफआईआर भी शामिल है. दो अन्य मामले 2014 के हैं. बहादुरगढ़ में एक एफआईआर आईपीसी (दंगा) की धारा 147/149 के तहत और दूसरी दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज है.

झज्जर: हरियाणा विधानसभा चुनाव 2019 में शिवसेना ने विवादों में घिरे शख्स को मैदान में उतारा है, जिसका नाम नवीन दलाल है. नवीन दलाल को शिवसेना ने बहादुरगढ़ से टिकट दिया है. नवीन दलाल वही शख्स हैं, जिन पर JNU छात्र नेता उमर खालिद पर जानलेवा हमला करने के आरोप है. नवीन दलाल ने करीब 6 महीने पहले ही शिवसेना ज्वाइन की थी और शिवसेना के बहादुरगढ़ का जिलाध्यक्ष है. नवीन दलाल फिलहाल जमानत पर बाहर हैं और उनका केस कोर्ट में चल रहा है.

उमर खालिद पर हमले का आरोप
अगस्त 2018 में नवीन दलाल ने दरवेश शाहपुर के साथ मिलकर दिल्ली के कॉनस्टीट्यूशन क्लब के बाहर गोली चलाई थी, इस हमले में उमर खालिद की जान बाल-बाल बची. हमने के दौरान बंदूक जाम हो गई थी. इसके बाद दलाल और शाहपुर वहां से फरार हो गए थे. इसके बाद एक वीडियो जारी किया था. जिसमें कहा गया था कि 'देश को स्वतंत्रता दिवस का तोहफा था'.

नवीन दलाल का बयान

देश सेवा के लिए गौरक्षा का रास्ता
नवीन दलाल अपने गांव में दंगल में हिस्सा लिया करते थे. साथ ही 60 किलो ग्राम कैटेगरी में वो स्टेट लेवल भी खेल चुके हैं, लेकिन 2010 में चोट लगने के कारण कुश्ती छोड़ दी थी. उनको फौज में जाने का मन था जिसके लिए कई बार कोशिश भी की लेकिन लिखित परीक्षा पास नहीं कर सके. लेकिन देश के लिए कुछ करना चाहते थे तो गौरक्षा शुरू कर दी.

ये भी पढ़ें:-PHOTOS: चुनावी रण में दिग्गज नेताओं की 'बाउंसर बयानबाजी'

चुनावी हलफनामें में दलाल की दलील
उनके खिलाफ तीन आपराधिक मामले लंबित हैं, जिसमें खालिद पर हमले के संबंध में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की एफआईआर भी शामिल है. दो अन्य मामले 2014 के हैं. बहादुरगढ़ में एक एफआईआर आईपीसी (दंगा) की धारा 147/149 के तहत और दूसरी दिल्ली के पार्लियामेंट स्ट्रीट पुलिस स्टेशन में दर्ज है.

Intro:जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद पर हमले के आरोपी नवीन दलाल उतरे चुनावी मैदान में
शिवसेना ने बहादुरगढ़ विधानसभा सीट से बनाया उम्मीदवार
दिल्ली में साथी समेत उमर खालिद पर किया था हमला
हमले के बाद वीडियो संदेश भी किया था जारी
गौरक्षक सेना नाम से संगठन चलाता रहा है नवीन
गौरक्षा , संरक्षण और संवर्घन के लिये कई बार दिये हैं धरने
नवीन पर दिल्ली और बहादुरगढ़ में दर्ज हैं तीन आपराधिक मामले दर्ज।

नवीन ने कहा कि नेताओं और प्रशासन की बेरूखी से उतरे चुनावी मैदान में।Body:जेएनयू के छात्र नेता उमर खालिद पर हमले के आरोपी नवीन दलाल अब चुनावी मैदान में उतर आया है। शिवसेना ने बहादुरगढ़ विधानसभा से नवीन दलाल को अपना उम्मीदवार बनाया है। नवीन दलाल भी जमकर चुनावी प्रचार कर रहे हैं। खुद को गौरक्षक बताने वाले नवीन दलाल ने गौरक्षक सेना नाम से संगठन भी बना रखा है जिसके बैनर तले बहादुरगढ़ में कई बार धरने प्रर्दशन भी किये हैं। नवीन दलाल ने अगस्त 2018 में दिल्ली के कांस्टिटूयशन क्लब में जेएनयू छात्र नेता उमर खालिद पर अपने के साथ के साथ मिलकर हमला किया था। पिस्तौल जैम होने के कारण उमर खालिद बच गया था और नवीन मौके से अपने साथी दरवेश शाहपुर के साथ फरार हो गया था। हमले के बाद नवीन दलाल ने सोशल मीडिया पर एक विडियो जारी कर जेएनयू गैंग को पागल कुत्ते भी कहा था । भारत माता के खिलाफ नारे लगाने से नाराज होकर नवीन दलाल और उसके साथी ने ये काम किया था और विडियो के जरिये लोगों को ये हमला स्वतंत्रता दिवस का तोहफा भी बताया था। नवीन दलाल पर दिल्ली में उमर खालिद पर हमले और बहादुरगढ़ में भी दो आपराधिक मामले भी दर्ज है। नवीन दलाल का कहना है कि गौरक्षा के नाम पर नेताओं और प्रशासन ने कोई काम नही किया और इसी कारण उन्हे राजनीति में आना पड़ा है। नवीन दलाल ने उमर खालिद पर हुये हमले से भी अब पल्ला झाड़ते हुये कहा कि वो तो वहां किसी के साथ गये थे और उनकी आपसी विवाद में कोई बात हुई थी , उनका उससे कोई लेना देना नही है।
बाईट नवीन दलाल उम्मीदवार शिवसेना।
प्रदीप धनखड़
बहादुरगढ़। Conclusion: नवीन दलाल का कहना है कि गौरक्षा के नाम पर नेताओं और प्रशासन ने कोई काम नही किया और इसी कारण उन्हे राजनीति में आना पड़ा है। नवीन दलाल ने उमर खालिद पर हुये हमले से भी अब पल्ला झाड़ते हुये कहा कि वो तो वहां किसी के साथ गये थे और उनकी आपसी विवाद में कोई बात हुई थी , उनका उससे कोई लेना देना नही है।
Last Updated : Oct 9, 2019, 5:42 PM IST
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