झज्जरः एचएसआईआईडीसी के सेक्टर 4 बी के लिए अधिग्रहित जमीन का मुआवजा हाईकोर्ट ने बढ़ाया था. बढ़ा हुआ मुआवजा किसानों को देने के लिए हरियाणा राज्य औद्योगिक आधारभूत संरचना विकास निगम (HSIIDC) ने 9249 रूपये प्रति स्केवयर मीटर की एनहांसमेंट प्लाट धारकों पर डाली है. अकेले जापानी टायर कंपनी योकोहामा पर 90 करोड़ से ज्यादा की एनहांसमेंट आई है. उद्योगपतियों से सरकार से एनहांसमेंट की मार से राहत देने की मांग की है.
रोजगार पर मंडराया संकट
बहादुरगढ़ के औद्योगिक सेक्टर 4 बी में करीब 25 एकड़ में जापानी टायर कंपनी योकोहामा, अमेरिकन कंपनी सिएगा और रिलैक्सो फुटवीयर जैसी बड़ी फैक्ट्रियां लगी हुई हैं. हजारों लोगों को रोजगार भी मिल रहा है, लेकिन अब इनमें से कई फैक्ट्रियों बंद होने वाली है. हजारों लोगों के रोजगार पर संकट आ गया है. सैक्टर 4 बी पर एचएसआईआईडीसी ने 292 करोड़ की एनहांसमेंट डाल दी है. 9249 रुपये प्रति स्केवयर मीटर के हिसाब से हर प्लॉट धारक को एचएसआईआईडीसी को पैसा देना है.
प्रति एकड़ इतने का करना होगा भुगतान
एक एकड़ के प्लाट धारक को एनहांसमेंट के तौर पर एचएसआईआईडीसी को 3 करोड़ 74 लाख रूप्ये से ज्यादा का भुगतान करना पड़ेगा. हाईकोर्ट के आदेश पर किसानों को बढ़ा हुआ मुआवजा देने के लिए औद्योगिक प्लॉट धारकों पर ये एनहांसमेंट डाली गई है.
एचएसआईआईडीसी के एजीएम विजय गोदारा ने बताया कि प्लाट धारकों को एनहांसमेंट के नोटिस दे दिए गए हैं. उन्होंने बताया कि करीब 30 करोड़ की पहली किश्त में से 8 करोड़ रूपये एनहांसमेंट के जमा भी हो गए हैं.
किस कंपनी पर कितना एनहांसमेंट
योकोहामा पर करीब 100 करोड़, सिएगा और रिलैक्सो पर करीब 20 करोड़ की एनहांसमेंट आई हुई है. 176 एकड़ में बसे औद्योगिक क्षेत्र सैक्टर 4 बी में करीब 92 एकड़ में 44 औद्योगिक प्लाट हैं. सैक्टर 4 बी औद्योगिक एसोसिएशन और अमेरिकन कंपनी सिएगा के सीनियर वाईस प्रेजिडेन्ट के डी चोपड़ा ने तो एनहांसमेंट देने की बजाय फैक्ट्री बंद करने की बात कही है.
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किसानों को मिलना चाहिए उनका हक
अमेरिकन कंपनी सिएगा के सीनियर वाईस प्रेजिडेन्ट के डी चोपड़ा ने कहा कि किसानों को प्लाट 2 से 4 हजार प्रति स्कवेयर मीटर के अलॉट हुआ और एनहांसमेंट 9 हजार से ज्यादा की मांगी जा रही है. उनका कहना है कि हम किसानों के पक्ष में है. किसानों को उनका वास्तविक मुआवजा दिया जाना चाहिए. जिसके लिए वो तैयार हैं लेकिन एनहांसमेंट की गलत कैलकुलेशन और ब्याज का जोड़ना गलत है. उन्होंने कहा कि वो इस बारे में कोर्ट में भी याचिका लगाने का विचार कर रहे हैं.
एनहांसमेंट पर खड़े हुए सवाल
एचएसआईआईडीसी की एनहांसमेंट पर बहादुरगढ़ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज ने भी सवाल खड़े किए हैं. बीसीसीआई के महासचिव सुभाष जग्गा का कहना है कि एनहांसमेंट इंडस्ट्री पर बंब ब्लास्ट की तरह आई है. जिसे झेलना उद्योगों के बस की बात नहीं है. उन्होंने कहा कि सरकार को इससे राहत दिलाने का काम करना चाहिए ताकि मंदी के इस दौर में उद्योग चलते रहें.
सुप्रीम कोर्ट पहुंचे उद्योगपति
एचएसआईआईडीसी के एजीएम विजय गोदारा का कहना है कि विभाग ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है, जो मंजूर हो गई है. वहां से शायद कुछ रिलीफ मिल सकता है. बहरहाल सुप्रीम कोर्ट का फैसला जब आएगा तब आएगा लेकिन हाल फिलहाल स्थिति ये है कि एनहांसमेंट के नोटिस से ही उद्योगों की हालत पतली हो गई है.
अब उद्योगपति लगभग ये मन बना चुके हैं कि एनहांसमेंट देने से अच्छा ये है कि यहां से अपना उद्योग बंद कर कहीं दूसरी जगह चले जाए. अगर ऐसा होता है तो हजारों लोगों का रोजगार खत्म हो जाएगा और सरकार का रिवन्यू भी काफी कम हो जाएगा. रिवन्यू और रोजगार पर पड़ने वाले इस संभावित संकट का हल सरकार को ही निकालना होगा.