झज्जर: हरियाणा की झज्जर पुलिस गणतंत्र दिवस के साथ-साथ किसान आंदोलन को लेकर भी अलर्ट है. दिल्ली से सटा जिला झज्जर किसान आंदोलन के कारण अतिसंवेदनशील क्षेत्र हो गया है. वहीं अब 26 जनवरी को किसान गणतंत्र परेड भी झज्जर के टिकरी बॉर्डर से होगी. ऐसे में झज्जर पुलिस दिन रात मेहनत कर रही है.
झज्जर पुलिस कप्तान भी अपने जवानों के साथ उपद्रवियों से निपटने के लिए प्रयास कर रहे हैं. आधुनिक उपकरणों के बारे में जवानों को जानकारी देते हुए दंगा नियंत्रण के अलग-अलग तरीके के बारे में बताया गया. एसपी राजेश दुग्गल ने बताया कि झज्जर पुलिस हर प्रकार की विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार और सक्षम है. किसी भी सूरत में शांति व्यवस्था को भंग नहीं होने दिया जाएगा.
उन्होंने कहा कि कानून व्यवस्था एवं शांतिपूर्ण माहौल को खराब करने वाले असामाजिक तत्वों के खिलाफ तुरंत नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी. विपरीत समय में संयम रखते हुए शांति बनाए रखने के अलग-अलग तौर तरीकों के बारे में और जवानों को आपदा प्रबंधन के बारे में भी बताया गया.
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उन्होंने कहा कि आपातकालीन स्थिति में पुलिस को क्या करना चाहिए और किस प्रकार से स्थिति को नियंत्रण में करना चाहिए के बारे में विस्तार से बताया गया. साथ ही जवानों का अभ्यास भी कराया गया. एसपी ने दो टूक शब्दों में कहा हिंसा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी.
बता दें, पुलिस लाइन झज्जर में केंद्रीय सशस्त्र बलों की टुकड़ियों के जवानों और झज्जर पुलिस के जवानों द्वारा कानून व्यवस्था और शांति बनाए रखने के लिए अलग-अलग तौर-तरीकों का अभ्यास किया गया, आधुनिक दंगा विरोधी उपकरणों एवं साजो सामान से सुसज्जित जवानों ने पुलिस लाइन में ड्रील किया. पुलिस जवानों ने अभ्यास करते हुए आंसू गैस के गोलों को निर्धारित स्थान पर दागने का अभ्यास किया.
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