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प्रचंड गर्मी से जल रहा है आधा हिंदुस्तान, हरियाणा समेत इन राज्यों में रेड अलर्ट - latest news

हरियाणा में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से ऊपर चढ़ता पारा 46 डिग्री पर जा पहुंचा. गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी तापमान 45 से 46 डिग्री दर्ज किया गया.

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Published : Jun 1, 2019, 8:26 AM IST

Updated : Jun 2, 2019, 9:45 AM IST

हिसार: हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है. इन दिनों करीब आधा हिंदुस्तान भीषण गर्मी की चपेट में है. जम्मू कश्मीर, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में शुक्रवार और शनिवार को सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया.

हरियाणा में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से ऊपर चढ़ता पारा 46 डिग्री पर जा पहुंचा. गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी तापमान 45 से 46 डिग्री के बीच दर्ज किया गया.

मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार पारा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है. मौसम विभाग की मानें तो अगले एक हफ्ते तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है

मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
उत्तर पश्चिम भारत में पंजाब-हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. मौसम विभाग ने इन सभी इलाकों में जबरदस्त गर्मी के चलते हीटवेव का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग का कहना है जबरदस्त गर्मी का दौर अभी अगली हफ्ते भर जारी रहेगा.

मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी दिल्ली में 3 जून तक तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहेगा यानी इस दौरान हीट वेव जारी रहेगी. उसके बाद चार जून की रात से बादलों की आवाजाही के बीच आंधी पानी की संभावना जताई जा रही है.

बात हिसार की करें तो आमजन बढ़ती गर्मी से परेशान हैं. किसानों से लेकर छात्रों तक सभी गर्मी से प्रभावित नजर आ रहे हैं. डॉ राजेश सिंगला ने बताया कि गर्मी के समय में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे या बुजुर्ग प्रभावित होते हैं.

क्लिक कर देखें वीडियो

उन्होंने कहा कि बच्चे या बुजुर्ग गर्मी के समय में दोपहर को बाहर ना निकलें और अपने जरूरी कार्य सुबह या शाम के समय में ही कर लें. यही नहीं उन्होंने बताया कि गर्मी का प्रभाव होने से अपने नजदीकी डॉक्टर की सलाह लें और उपचार करें.

हिसार: हरियाणा समेत देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी और लू का प्रकोप जारी है. इन दिनों करीब आधा हिंदुस्तान भीषण गर्मी की चपेट में है. जम्मू कश्मीर, दिल्ली, हिमाचल प्रदेश और राजस्थान में शुक्रवार और शनिवार को सबसे अधिक तापमान दर्ज किया गया.

हरियाणा में भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों से ऊपर चढ़ता पारा 46 डिग्री पर जा पहुंचा. गुरुग्राम और फरीदाबाद में भी तापमान 45 से 46 डिग्री के बीच दर्ज किया गया.

मौसम विभाग का अनुमान है कि इस बार पारा पिछले सारे रिकॉर्ड तोड़ सकता है. मौसम विभाग की मानें तो अगले एक हफ्ते तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है

मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
उत्तर पश्चिम भारत में पंजाब-हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश और राजस्थान में भीषण गर्मी से लोग परेशान हैं. मौसम विभाग ने इन सभी इलाकों में जबरदस्त गर्मी के चलते हीटवेव का रेड अलर्ट जारी कर दिया है. मौसम विभाग का कहना है जबरदस्त गर्मी का दौर अभी अगली हफ्ते भर जारी रहेगा.

मौसम विभाग का कहना है कि राजधानी दिल्ली में 3 जून तक तापमान 44-45 डिग्री सेल्सियस के आस-पास बना रहेगा यानी इस दौरान हीट वेव जारी रहेगी. उसके बाद चार जून की रात से बादलों की आवाजाही के बीच आंधी पानी की संभावना जताई जा रही है.

बात हिसार की करें तो आमजन बढ़ती गर्मी से परेशान हैं. किसानों से लेकर छात्रों तक सभी गर्मी से प्रभावित नजर आ रहे हैं. डॉ राजेश सिंगला ने बताया कि गर्मी के समय में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे या बुजुर्ग प्रभावित होते हैं.

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उन्होंने कहा कि बच्चे या बुजुर्ग गर्मी के समय में दोपहर को बाहर ना निकलें और अपने जरूरी कार्य सुबह या शाम के समय में ही कर लें. यही नहीं उन्होंने बताया कि गर्मी का प्रभाव होने से अपने नजदीकी डॉक्टर की सलाह लें और उपचार करें.

NEWS BY - SAJJAN KUMAR / HISAR
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 एंकर : जैसे-जैसे गर्मियां बढ़ रही हैं वैसे वैसे आम जनजीवन भी प्रभावित हो रहा है। गर्मियों की शुरुआत से लेकर ज्यो  ज्यो बढ़ती हैं त्यों त्यों हर प्राणी गर्मी की चपेट से त्राहि-त्राहि कर उठता है।
 गर्मी में लगातार बढ़ रहे पारे से किसान, व्यापारी, छात्र, पशुपालन कर रहे लोग, पोल्ट्री फार्म करने वालों समेत  प्रत्येक वर्ग इसकी चपेट में रहता है।
 
गर्मी से लगातार बढ़ रहे पारे से किसान अपनी फसलों को लेकर प्रभाव में है वही पशुपालक भी इससे अछूते नहीं हैं।
 व्यवसायी हो या फिर छात्र सभी पर गर्मी का पारा भारी पड़ता है। पोल्ट्री फार्म करने वाले लोगों के लिए तो गर्मी और भी ज्यादा दुखदाई बताई गई है।

वीओ --- पशु पालन का कार्य करने वाले होशियार सिंह और विकास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गर्मी के प्रभाव से उनका पशुपालन अछूता नहीं है । उन्होंने बताया कि जैसे-जैसे गर्मी बढ़ेगी वैसे वैसे तालाबों में पानी कम होने लगेगा जिससे पशुपालन पर सीधा प्रभाव पड़ता है।
 उन्होंने बताया कि तालाबों में पानी की कमी के कारण पशुओं को अच्छी तरह से नहलाना व पानी पिलाना मुश्किल हो जाता है जिससे पशुओं में दूध की मात्रा भी कम होने लगती है। वही गर्मी के प्रभाव से और तालाबों में पानी कम होने से पशु बीमार भी पड़ने लगते हैं।

बाइट --- होशियार सिंह, पशु पालक।

वीओ --- गर्मी के लगातार बढ़ रहे प्रभाव से संबंधित जब किसानों से बात की गई तो किसान संदीप ने बताया कि गर्मी के इन महीनों में नहर सूखने लगती है और सिंचाई के लिए पानी कम पड़ जाता है।
 उन्होंने बताया कि यदि ट्यूबेल से खेतों की सिंचाई की जाती है तो नहर की अपेक्षा यह पानी कम प्रभावी होता है।वही नहरों में कम पानी आने से ट्यूबवेल चलाने का खर्चा बढ़ता है। खेती सूखने लगती है जिससे किसानों को भारी नुकसान होता है।

बाइट - संदीप, किसान।

वीओ --- गर्मी के प्रभाव के बारे में जब पोल्ट्री फार्म का कार्य करने वाले रामनिवास से बात की गई तो उन्होंने बताया कि गर्मियों के दिनों में तो पोल्ट्री फार्म चलाना और भी कठिन होता है। उन्होंने बताया कि मुर्गा पालन में जब छोटे चूजे लेकर आए जाते हैं तो उनकी देखरेख ओर अधिक तरीके से करनी पड़ती है।
 इसको लेकर कूलर, पंखे की व्यवस्था करनी पड़ती है और ड्रिंकिंग वाटर का विशेष प्रबंध करना पड़ता है ।
गर्मी में कम पानी मिलने से जहां खर्चे बढ़ते हैं वही मुर्गा पालन प्रभावित होता है और मुर्गे मरने की संभावना भी ज्यादा हो जाती है।

बाइट --- रामनिवास, पोल्ट्री फार्म संचालक।


वीओ --- छात्र भी गर्मी की चपेट में आने से बचने के उपाय ढूंढने लगते हैं। स्कूलों में भी गर्मियों की छुट्टियां की जाती है। इस में स्कूल के संचालक केसी शर्मा ने बताया कि जैसे ही गर्मियां शुरू होती हैं तो वह नियमानुसार स्कूलों की छुट्टियां कर देते हैं वही छात्र-छात्राओं और अभिभावकों को बताते हैं कि गर्मी में कम से कम दोपहर के समय में बाहर ना निकले और अपनी पानी आदि की व्यवस्था समुचित तरीके से करें।

बाइट --- केसी शर्मा, स्कूल संचालक।

वीओ --- गर्मी में किस प्रकार से जनजीवन प्रभावित होता है और इसे किस प्रकार बचा जा सकता है इसके बारे में जब डॉ राजेश सिंगला से बात की तो उन्होंने बताया कि गर्मी के समय में सबसे ज्यादा छोटे बच्चे या बुजुर्ग प्रभावित होते हैं। डॉक्टर राजेश सिंगला ने बताया कि छोटे बच्चे या बुजुर्ग गर्मी के समय में दोपहर को बाहर ना निकले और अपने जरूरी कार्य सुबह या शाम के समय में ही निपटा लें।
 यही नहीं उन्होंने बताया कि गर्मी का प्रभाव होने से अपने नजदीकी डॉक्टर की सलाह लें और उपचार करें।

बाइट --- डॉ राजेश सिंगला।
Last Updated : Jun 2, 2019, 9:45 AM IST
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