झज्जरः ग्रीन कॉरीडोर नेशनल हाईवे में जमीन अधीग्रहण मुआवजे को लेकर हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन में हरियाणा के 10 जिलों के किसान धरने पर बैठ हुए हैं. वहीं देशभर से किसान संगठन भी स्वाभिमान आंदोलन के पक्ष में आ खड़े हुए हैं. इसी कड़ी में पहले ऐलान कर चुके किसान बुधवार को 3 जगहों पर रेल रोकेंगे.
इकट्ठा हुए किसान
इसी बीच बहादुरगढ़ में आसौदा से दहकोरा जाने वाले रास्ते के पास केएमपी के नीचे रेलवे ट्रैक के पास किसान एकजुट होना शुरू हो गए हैं. वहीं किसानों को रोकने के लिए प्रशासन द्वार भी पुख्ता प्रबंध किए गए हैं. जिसके चलते मौके पर भारी संख्या में पुलिस के जवान भी मौजूद हैं.
इन जगहों पर रोकेंगे रेल
अपनी जमीन का उचित मुआवजा नहीं मिलने पर किसानों ने बीते दिनों 14 अगस्त से बहादुरगढ़, जुलाना और दादरी में रेल रोकने की चेतावनी दी थी. इस दौरान किसानों को रोकने के लिए सरकारी प्रतिनिधियों से भी उनकी मुलाकात करवाई गई. लेकिन वो बैठक भी फेल साबित हुई.
किसानों की मांगेंः
- राष्ट्रीय राजमार्ग 152 डी के निर्माण में जमीन अधिग्रहण का उचित मुआवजा
- एसवाईएल नहर से हरियाणा को उसके अधिकार का पानी दिलाने
- केएमपी पर दाबोदा के पास कट खोलने की मांग
- जमीन अधिग्रहण के आर्बिट्रेशन में लंबित मामलों का जल्द निपटारा
- धरने में शामिल किसान की मौत पर उसके परिवार को एक करोड़ मुआवजा और सरकारी नौकरी की मांग
- मृतक किसान को शहीद का दर्जा
सरकारी प्रतिनिधियों के साथ बैठक फेल
बता दें कि किसान दादरी, जुलाना और बहादुरगढ़ जिले से पंजाब जाने वाली सभी रेल रोकेंगे. रेल रोको आंदोलन को सफल बनाने के लिए किसानों ने लगातार गुप्त बैठक कर इसकी रणनीति तैयार की. यही नहीं धरनास्थल पर एक किसान की मौत से नाराज किसान 15 अगस्त से मृतक किसान का चित्र लेकर प्रदेश भर में सत्याग्रह यात्रा भी निकलेंगे.
गर्माया किसान की मौत का मामला
जानकारी के मुताबिक खातीवास निवासी 65 वर्षीय किसान धर्मपाल सोमवार सुबह अपने घर से किसानों के धरने में शामिल होने के लिए निकलने की तैयारी कर रहा था. इसी दौरान उसके सीने में दर्द उठा, परिजन कुछ समझ पाते उससे पहले किसान धर्मपाल की मौत हो चुकी थी. अब हरियाणा स्वाभिमान आंदोलन के किसान सरकार से मृतक के परिवार के लिए उचित मुआवजे की मांग कर रहे हैं.
क्या है मामला?
बता दें कि जिले की सीमा से 152 डी ग्रीन कॉरिडोर निकल रहा है, जिसमें 17 गांवों के किसानों की 680 एकड़ जमीन आ रही है. इसी को लेकर दादरी जिले के 17 गांवों के किसान 26 फरवरी से गांव रामनगर में मुआवजा वृद्धि की मांग को लेकर धरने पर बैठे हैं. धरना कर रहे किसानों की मांग है कि ग्रीन कॉरिडोर को लेकर अधिग्रहित की गई जमीन का उचित मुआवजा दिया जाए.