ETV Bharat / state

झज्जर में कोरोना के चलते बहनें घर पर तैयार कर रही राखियां - झज्जर रक्षाबंधन त्यौहार तैयारी

झज्जर में कोरोना के कहर के चलते इस बार कुछ बहनें राखी खरीदने के लिए बाजार जाने से बच रही हैं. तो वहीं कुछ अपने घर पर ही राखी तैयार कर रही हैं. ताकि कोरोना के संक्रमण से बचा जा सके.

jhajjar Bandahedi village drishti prepared rakhi at home
झज्जर में कोरोना के चलते बहने घर पर बना रही राखियां
author img

By

Published : Jul 31, 2020, 5:01 PM IST

झज्जर: कोरोना वायरस का असर भाई-बहन के त्यौहार रक्षाबंधन पर भी देखने को मिल रहा है. राखियों से बाजार सज चुके हैं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण कुछ बहनें बाजार से राखियां खरीदने के बजाए अपने घर पर ही राखियां तैयार कर रही हैं.

टांडाहेड़ी गांव की 9 साल की दृष्टि ने अपने घर पर ही अपने भाई के लिए राखी तैयार की है. दृष्टि का कहना है कि देश और प्रदेश में कोरोना फैला हुआ है. जिसको देखते हुए उसने बाहर से राखी लेने के बजाए घर पर ही राखी तैयार की है. दृष्टि ने दूसरी बहनों से भी अपील करते हुए कहा कि वो भी अपने घर पर ही राखी तैयार करें. ताकि कोरोना के खतरे से बचा जा सके.

झज्जर में कोरोना के चलते बहनें घर पर तैयार कर रही राखियां

ये भी पढ़ें: पहलवान बबीता फोगाट को बनाया गया हरियाणा खेल विभाग का उप निदेशक

दृष्टि ने बताया कि राखी बनाने के लिए उसने कलावा, रंगीन पेपर, गौंद और चमकीले स्टोन का इस्तेमाल किया है. दृष्टि का कहना है कि केवल पांच से दस मिनट की मेहनत से राखी बनाई जा सकती है. दृष्टि का कहना है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जितना हो सके घर पर रहें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

झज्जर: कोरोना वायरस का असर भाई-बहन के त्यौहार रक्षाबंधन पर भी देखने को मिल रहा है. राखियों से बाजार सज चुके हैं, लेकिन इस बार कोरोना के कारण कुछ बहनें बाजार से राखियां खरीदने के बजाए अपने घर पर ही राखियां तैयार कर रही हैं.

टांडाहेड़ी गांव की 9 साल की दृष्टि ने अपने घर पर ही अपने भाई के लिए राखी तैयार की है. दृष्टि का कहना है कि देश और प्रदेश में कोरोना फैला हुआ है. जिसको देखते हुए उसने बाहर से राखी लेने के बजाए घर पर ही राखी तैयार की है. दृष्टि ने दूसरी बहनों से भी अपील करते हुए कहा कि वो भी अपने घर पर ही राखी तैयार करें. ताकि कोरोना के खतरे से बचा जा सके.

झज्जर में कोरोना के चलते बहनें घर पर तैयार कर रही राखियां

ये भी पढ़ें: पहलवान बबीता फोगाट को बनाया गया हरियाणा खेल विभाग का उप निदेशक

दृष्टि ने बताया कि राखी बनाने के लिए उसने कलावा, रंगीन पेपर, गौंद और चमकीले स्टोन का इस्तेमाल किया है. दृष्टि का कहना है कि केवल पांच से दस मिनट की मेहनत से राखी बनाई जा सकती है. दृष्टि का कहना है कि कोरोना के संक्रमण से बचने के लिए जितना हो सके घर पर रहें ताकि कोरोना वायरस के संक्रमण को फैलने से रोका जा सके.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.