झज्जर: उत्तर प्रदेश के हाथरस कांड के बाद से लगातार सरकार और कानून व्यवस्था पर सवाल उठ रहे हैं. इस पर पूर्व शिक्षा मंत्री गीता भुक्कल ने अपने आवास पर मीडिया से बात करते हुए कहा कि जब छोटे-छोटे मामलों पर कोर्ट स्वंय संज्ञान लेता है तो इस मामले पर संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कंगना रनौत पर तंज कसते हुए कहा कि जब कंगना का छज्जा तोड़ा तो हिमाचल सरकार, केंद्र सरकार और कानून व्यवस्था उसके साथ खड़ी हो गई.
उन्होंने कहा कि मैं कानून व्यवस्था पर ज्यादा कुछ नहीं कहना चाहूंगी, लेकिन कानून व्यवस्था को इस पर स्वंय संज्ञान लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को खारिज करने का नोटिस देना चाहिए. हरियाणा भी चार बार जला, इस पर जिस तरह से कोर्ट ने संज्ञान लिया. उसी प्रकार संज्ञान लेना चाहिए. जिससे कि लोगों को भरोसा बढ़े. इस काम में मीडिया को भी आगे आना चाहिए.
कृषि कानून पर बोलते हुए गीता भुक्कल ने कहा कि भाजपा किसानों को समझा नहीं पा रही है. भुक्कल ने राहुल गांधी के आगमन पर बोलते हुए कहा कि राहुल गांधी हरियाणा में इस काले कानून का विरोध करने आ रहे हैं. भुक्कल ने साफ किया अगर सरकार न्यूनतम समर्थन मूल्य लागू नहीं करती है तो किसी भी सूरत में हरयाणा में इस कानून को लागू नहीं होने दिया जाएगा.
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भुक्कल ने प्रधानमंत्री जी से आह्वान करते गए कहा कि प्रधानमंत्री जी क्यों मन की बात में किसानों की बात नहीं करते है. वो तब जब किसान हर रोज सड़कों पर आंदोलन कर रहे हैं. भुक्कल ने कहा कि इस बिल का विरोध न केवल विपक्ष बल्कि सत्ता पक्ष के भी कुछ मौजूदा विधायक और पूर्व विधायक इसका विरोध कर रहे हैं. वो सामने तो नहीं आ रहे, लेकिन शुरू से ही दबी जुबान में ही इसका विरोध कर रहे हैं.