झज्जरः लोकसभा चुनाव की गर्मी के बीच भाजपा के लिए किसानों ने खतरे की घंटी बजा दी है. आग से तबाह हुई गेहूं की फसल का मुआवजा नहीं मिलने की सूरत में बहादुरगढ़ के किसानों ने गुरुग्राम और फरीदाबाद का पानी रोकने की चेतावनी दी है. मांडोठी गांव के दलाल दरबार में आयोजित हुई दलाल खाप और भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति की पंचायत में ये फैसला लिया गया है.
भारत भूमि बचाओ संघर्ष समिति के अध्यक्ष एवं किसान नेता रमेश दलाल का कहना है कि बहादुरगढ़ के मांडोठी, मातन, सिलौठी और मेहंदीपुर डाबोदा के किसानों की करीब 500 एकड़ गेहूं की फसल में आग लग गयी थी. आग लगने से किसानों को भारी नुकसान हुआ था. इस आग में किसानों के कृषि उपकरण भी जलकर राख हो गए थे. साथ ही प्रदेश भर में कई अन्य जगह फसलों में आग लगने के कारण किसानों की मौत हुई है और कई झुलस भी गए हैं.
उन्होंने सरकार से आग लगने के कारण बर्बाद हुई फसल का प्रति एकड़ 50 हजार रुपये मुआवजा देने की मांग की है. इतना ही नहीं इस आग में जलने से जिन किसानों की मौत हुई है सरकार उन्हें 50 लाख रुपए सहायता राशि प्रदान करे और जिन किसानों के उपकरण आग में जलकर राख हो गए हैं उन्हें 5 लाख रुपये की सहायता राशि दी जाए.
रमेश दलाल ने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो वो दलाल दरबार भवन के साथ से गुजर रही गुरुग्राम माइनर को बंद कर देंगे और ऐसा करने से गुरुग्राम और फरीदाबाद में पीने के पानी की सप्लाई रुक जाएगी, जिसकी जिम्मेदारी प्रदेश सरकार की होगी. रमेश दलाल ने बताया कि उन्होंने प्रदेश भर के किसानों और खापों की एक महापंचायत 5 मई को दलाल दरबार भवन में बुलाई है, जिसमें सरकार के खिलाफ कड़े फैसले लिए जाएंगे.