झज्जर: लोकसभा और राज्यसभा में पारित किए जाने के बाद अब कृषि विधेयकों को महामहिम राष्ट्रपति के पटल पर हस्ताक्षर करने व कानून बनाने के लिए रखा जा चुका है. वहीं किसान संगठनों का इन विधेयकों को लेकर धरना व विरोध प्रदर्शन निरंतर जारी है.
इसी कड़ी में झज्जर में भी भारत बंद के दौरान कुछ कर्मचारी संगठनों ने प्रदर्शन किया. जिले की अनाज मंडी में सर्व कर्मचारी संघ के तमाम कर्मचारी धरने पर बैठे और उसके बाद शहर में रोष मार्च निकाला. शहर के सिलानी गेट से लेकर मेन बाजार से होते हुए अंबेडकर से होते हुए छोटू राम धर्मशाला पहुंचे. जहां उन्होंने सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और किसानों के साथ मिलकर कृषि अध्यादेश का विरोध किया.
सर्व कर्मचारी संघ के नेता रामचंद्र जांगरा ने बताया कि ये बिल किसानों ही नहीं बल्कि अन्य वर्गों पर भी नुकसानदायक रहने वाला है. सरकार ने आनन-फानन में इस बिल को लागू कर दिया है, लेकिन तमाम किसान संगठन व कर्मचारी संगठन इसका विरोध कर रहे हैं. इसी कड़ी में शुक्रवार को झज्जर के सर्व कर्मचारी संगठन के कर्मचारी इस बिल को लेकर विरोध कर रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि जल्द से जल्द इस बिल को वापस लिया जाए.
बता दें कि, कृषि अध्यादेशों को राज्य व लोकसभा में पारित कर दिया गया है. उसके बाद से ही इस बिल का विरोध होना शुरू हो गया था. सरकार एक तरफ इस बिल को किसानों के हित में बता बता रही है. तो वहीं दूसरी तरफ विपक्ष व कुछ किसान संगठन इस बिल का विरोध कर रहे हैं और इस बिल को किसान को बर्बाद करने वाला बिल बता रहे है.
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