झज्जर: बहादुरगढ़ नगर परिषद ने 88 लाख 68 हजार रुपये के फ्रॉड के मामले में आईडीबीआई बैंक को लीगल नोटिस भेजा है. परिषद ने बैंक से 88 लाख 68 हजार रुपये ब्याज सहित वापस मांगे हैं. दरअसल क्लोन चेक के जरिए रामआसरे नाम के शख्स ने प्रधानमंत्री आवास योजना के खाते से 88 लाख 68 हजार रुपये निकाल लिए.
बहादुरगढ़ नगर परिषद का ये खाता आईडीबीआई बैंक में था. फ्रॉड करने वाले ने आठ अलग-अलग चेक लगाकर 88 लाख 68 हजार रुपये निकाल लिए. बताया जा रहा है कि चेकों पर नगर परिषद के ईओ द्वारा चेयरमैन के नकली हस्ताक्षर भी किए गए हैं. परिषद ने अब खातों की जांच की तो चौंकाने वाले तथ्य सामने आए.
प्रधानमंत्री आवास योजना का खाता नगर परिषद ने आईडीबीआई बैंक में खुलवाया था. खाते को खुलवाने के लिए हस्ताक्षर का अधिकार केवल ईओ को ही दिया गया था. 28 अगस्त 2018 को ये खाता खोला गया था और 2018 में ही आईडीबीआई ने चेक बुक इशू की थी, लेकिन जिन चेकों से नगर परिषद के खाते से पैसे निकाले गए हैं. वो चेक बुक बैंक ने परिषद को इशू नहीं की थी. क्योंकि 2018 की चेक बुक का पैटर्न अलग था और जिन चेकों से पैसे निकाले गए हैं. उन चेकों का पैटर्न अलग था.
आईडीबीआई बैंक की बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद परिषद आईडीआईबीआई बैंक से अपने खाते बंद करने की योजना बना रही है. इस बीच आईडीबीआई बैंक की एक और बड़ी लापरवाही सामने आई है. नगर परिषद के मुंसिपल इंजीनियर अमन के सैलरी अकाउंट के लिए जारी की गई चेक बुक के पहले 10 चेक गायब हैं.
यही नहीं अमन की चेकबुक में करीब 10 चेक किसी सर्वजीत कौर के नाम से जोड़ दिए गए हैं. बहरहाल नगर परिषद के साथ हुई ठगी में हर रोज नए तथ्य सामने आ रहे हैं. इनमें बैंक की लापरवाही तथ्य अब प्रमुख तौर पर स्पष्ठ होने लगे हैं. ऐसे में पुलिस की जांच में बैंक पर शिकंजा कसना भी अब तय माना जा रहा है.
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