झज्जर: रविवार को जिले से अलग-अलग राज्यों के रहने वाले करीब 289 मजदूरों को उनके घर रवाना किया गया. इस दौरान प्रशासन ने उनके खाने पीने की व्यवस्था बसों में की. साथ ही सभी मजदूरों को मास्क और सैनिटाइजर भी वितरित किया गया.
इस संबंध में बीडीओ रामफल ने बताया कि रविवार को झज्जर ब्लॉक से 289 मजदूरों और 12 बच्चों को उनके घरों के लिए रवाना किया गया. इस दौरान मजदूरों के लिए मास्क और सैनिटाइजर की व्यवस्था की गई. उन्होंने बताया कि प्रत्येक श्रमिक की बारीकी से स्वास्थ्य जांच करने के बाद ही उनका रजिस्ट्रेशन किया जाता है. उसके बाद ही उन्हें घर जाने की अनुमति दी जाती है.
उन्होंने बताया कि झज्जर जिले से जो भी श्रमिक अपने घर जा रहे हैं. सबसे पहले उनकी थर्मल स्क्रीनिंग और सैंपल टेस्ट किए जा रहे हैं. रिपोर्ट आने के बाद ही उनके पैतृक गांव भेजा जा रहा है.
खंड विकास अधिकारी ने बताया कि झज्जर जिले से रोजाना 200 से 300 श्रमिकों को उनके गृह जिले भेजा जा रहा है. उन्होंने कहा कि प्रशासन उनके खाने-पीने की व्यवस्था कर बसों के जरिए घर भेज रही है. उन्होंने बताया कि राज्य सरकार झज्जर जिले के लिए सीटें कम आवंटित की जा रही हैं. जिसकी वजह से झज्जर से मजदूरों को उनके घर भेजने की दर कम है. उन्होंने कहा कि अगर सरकार जिले के लिए अधिक सीटें आवंटित करेगी तो और अधिक मजदूरों को उनके घर भेजा जा सकेगा.
बीडीओ रामफल ने बताया कि रविवार को झज्जर जिले से अलग-अलग राज्यों के 400 से ज्यादा मजदूरों को उनके पैतृक स्थान पर भेजा गया है. उन्होंने बताया कि 595 मजदूरों की लिस्ट प्रशासन ने तैयार कर ली है. जिनको कल सुबह बिहार के लिए रवाना किया जाएगा.
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