झज्जर: दिल्ली निजामुद्दी तबलीगी जमात मरकज से अचानक बढ़ें कोरोना संक्रमण के मामलों के बाद झज्जर के AIIMS कैंसर संस्थान को कोविड-19 अस्पताल में बदल दिया गया. यहां 120 से ज्यादा कोरोना संक्रमित मरीजों को इलाज के लिए लाया गया था. आज एक महीने बाद अच्छी खबर सामने आई है. अब 120 में से सिर्फ 9 मरीज ही कोरोना पॉजिटिव बचे हैं.
करीब 200 लोगों को किया गया था आइसोलेट
तबलीगी जमात से कोरोना संक्रमण के मामले सामने आने के बाद देश के सबसे बड़े कैंसर अस्पताल को कोरोना अस्पताल बना दिया गया था. दिल्ली में पॉजिटिव पाए गए तबलीगी जमात के 200 लोगों को इस अस्पताल में आइसोलेट किया गया था. अब डॉक्टर्स की मेहनत रंग लाई है. डॉक्टर वेद प्रकाश मीना के मुताबिक अब सिर्फ 9 कोरोना संक्रमित मरीज बचे हैं.
शुक्रवार को 129 मरीज स्वस्थ होकर गए घर: डॉक्टर वेद
डॉक्टर वेद प्रकाश मीना ने कहा कि हमारे यहां करीब एक महीने पहले तबलीगी जमात से संबंधित 150 मरीज आए थे. जिनमें से 120 मरीज पॉजिटिव आए थे, इसके आलावा 21 मरीज विदेशी थे जो थाईलैंड, श्रीलंका, फिजी और मलेशिया से ताल्लुक रखते थे. जिनमें से 129 पॉजिटिव मरीजों के स्वस्थ होने पर शुक्रवार को भेजा गया है, 9 अभी पॉजिटिव हैं उनका इलाज चल रहा है.
डॉक्टर ने तबलीगी जमात के लोगों का इलाज के दौरान व्यवहार के बारे में बताया कि झज्जर में कोई अप्रिय घटना नहीं मिली. हालांकि छुट-पुट चीजें हुईं, लेकिन वो इतनी महत्वपूर्ण नहीं थीं.
कोरोना को मात देकर ठीक हुए मरीजों ने साझा किया अनुभव
कोरोना संक्रमण से ठीक हुए तबलीगी जमात मरकज से ताल्लुक रखने वाले अर्शिद अहमद अमरावती के रहने वाले हैं. वो झज्जर में अपना इलाज करवा रहे थे. उन्होंने अपना अनुभव साझा करते हुए कहा कि यहां अस्पताल में इलाज के दौरान काफी अच्छा अनुभव रहा. इलाज के दौरान डॉक्टर्स ने काफी सहयोग किया. यहां सभी सुविधाएं बेहतरीन थीं.
अर्शिद अहमद ने लोगों से अपील की कि जात धर्म से आगे बढ़ने की जरूररत है. लोगों को सरकार के निर्देशों मानना चाहिए. वहीं पिछले दिनों तबलीगी जमात के कुछ मरीजों की स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बद्तसलूकी की खबरों पर अर्शिद का कहना है कि पहले जमात के लोगों घबराए हुए थे. उन्हें एक हफ्ते बाद मालूम चला कि ये सब उनकी भलाई के लिए है. उसके बाद सभी सही बर्ताव कर रहे हैं.
कोरोना को मात देकर ठीक हुई महाराष्ट्र की रहने वाली शबाना परवीन कहती हैं कि यहां हमारा अनुभव अच्छा रहा. खुदा का शुक्र है कि यहां स्वास्थ्य कर्मियों ने हमारी मदद की, अच्छी खिदमत की. हमें अटैच बाथरूम कमरा दिया गया. खाना-पानी सब बहतरीन था. समय-समय पर हमारे बार में डॉक्टर्स पूछते थे. उन्होंने हमारा अच्छा ख्याल रखा. उनका कहना है कि इस बीमारी से बचने के लिए दूरी बनाना बहुत जरूरी है, मास्क पहनना भी बहुत जरूरी है. शबाना ने कहा कि मैंने ब्लड डोनेट किया है, लेकिन मैं कमजोर हूं इसलिए प्लाजमा नहीं है. मैं कोशिश करूंगी स्वस्थ होकर डोनेट कर सकूं.
दोबारा दिल्ली कनेक्शन ने बढ़ाई मरीजों की संख्या
आपको बता दें कि झज्जर जिले में कोरोना पॉजिटिव मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है. कोरोना पॉजिटिव केसों की बढ़ती संख्या से जिले को ओरेंज जोन का ठप्पा लग गया है. शुक्रवार को जिला स्वास्थ्य विभाग ने जो आंकड़े जारी किए उसके अनुसार पूरे झज्जर जिले में कोरोना पॉजिटिव केस की संख्या 34 पर पहुंच गई है. हैरत की बात तो यह है कि कोरोना के जो 34 मामले सामने आए है, उसमें से 28 मामले सब्जी मंडी से जुड़े उन लोगों के है. जिनकी ट्रैवल हिस्ट्री आजादपुर सब्जी मंडी से सब्जी लाने की रही है.
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