हिसार: कोरोना के पूरे भारत में 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है. आज लॉकडाउन का पांचवा दिन है. इस लॉकडाउन के चलते परिवहन के सभी साधनों को रोक दिया गया है. इस लॉकडाउन के चलते मजदूरों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. जो मजदूर रोज कमाते और रोज खाते थे उनका जीना दुश्वार हो गया है.
ये प्रवासी मजदूर अब पैदल घर जाने को मजबूर है. बता दें कि दूसरे प्रदेशों से आए लोगों पर रोजी-रोटी का संकट आन पड़ा है. फैक्ट्रियों आदि के बंद हो जाने से मजदूरों को काम नहीं मिल रहा है, जिस कारण उनके पास खाने और रहने के लिए पैसे खत्म हो रहे हैं. ऐसे में मजदूर अपने प्रदेशों की तरफ पलायन कर रहे हैं.
पैदल जा रहे मजदूरों से जब ईटीवी भारत ने बात की तो उन्होंने कहा कि 'जेब और पेट खाली है, खाने-पीने को नहीं मिल रहा है. उन्होंने कहा कि कल मरने से अच्छा से अभी मर जाओ. हम पैदल ही 600 किलो मीटर पैदल जाने को मजबूर है'. लॉकडाउन में वाहनों के ना चलने से लोग पैदल ही निकल रहे हैं. हालांकि रास्ते में उन्हें कुछ सामाजिक संस्थाओं और प्रशासन की तरफ से खाने का प्रबंध किया जा रहा है.
ये भी जानें- लॉक डाउन: मुनाफा छोड़ युवक 10 रुपये प्रति किलो के भाव बेच रहा सब्जियां
सैकड़ों की संख्या में मजदूर पंजाब से चलकर हिसार होते हुए मध्यप्रदेश जा रहे है. वहीं भिवानी जिले में काम कर रहे कई मजदूर हिसार होते हुए पंजाब पैदल जा रहे हैं. सैकड़ों की संख्या में हरियाणा सहित तमाम प्रदेशों में रोजी-रोटी कमाने आए लोगों पर इसका प्रभाव पड़ रहा है और वह अपने-अपने प्रदेशों में पैदल जा रहे हैं.
इन प्रवासी लोगों में महिलाएं बच्चे भी शामिल हैं, जो अब लगभग 500 किलोमीटर का सफर पैदल ही तय करने को मजबूर है. बता दें कि कल दिल्ली के आनंद विहार में हजारों का संख्या में मजदूरों की भीड़ उमड़ गई थी, जिसके बाद पुलिस को कड़ी मशक्कत करनी पड़ी थी.