हिसार: रेलवे के निजीकरण के विरोध में हिसार रेलवे स्टेशन पर ऑल इंडिया रेलवे मेंस फैडरेशन ने हल्ला बोल कार्यक्रम का आयोजन किया. ये कार्यक्रम 2 जनवरी से 7 जनवरी तक रेलवे यूनियन तक चला. सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा ने भी ऑल इण्डिया रेलवे मैन्स फैडरेशन के प्रदर्शन का समर्थन करते हुए इसमें हिस्सा लिया.
सुरक्षा के रहे पुख्ता इंतजाम!
किसी भी तरह की स्थिति से निपटने के लिए पुलिस बल मौके पर तैनात रहा. रेलवे बोर्ड की संरचना में बदलाव, रेलों के संचालन व परिचालन मे बाहरी लोगों के दखल, मजदूरों की जायज मांगो को अनदेखी करने जैसे आरोप कर्मचारियों ने सरकार पर लगाए हैं.
नार्थ वेस्टर्न रेलवे यूनियन हिसार शाखा के कर्मचारी नेता कृष्ण कौशिक ने कहा कि अगर रेलवे का निजीकरण किया जाता है तो विभिन्न प्रकार छूट जो यात्रियों को दी जाती है वह समाप्त हो जाएंगी. वहीं यात्रि किराए में वृद्धि की जाएगी. उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा कि अगर सरकार ने उनकी मांग नहीं मानी तो शीर्ष नेतृत्व के आह्वान पर रेलवे का चक्का जाम किया जाएगा.
उनका कहना है कि देश के कर्मचारियों और आमजन में निरीकरण किए जाने को लेकर रोष है. 8 जनवरी को होने वाली देश व्यापी हड़ताल भी निजीकरण के खिलाफ है. सरकार तेल कंपनियों, स्टील अथॉरिटी ऑफ़ इंडिया, कोल इंडिया और एयरपोर्ट के निजीकरण को लेकर 8 जनवरी को भारत बंद होगा. उन्होंने कहा की रेलवे कर्मचारी आगामी प्रदर्शन को लेकर जिस प्रकार का समर्थन मांगेंगे सर्व कर्मचारी संघ हरियाणा उन्हें समर्थन देंगे.
कच्चे कर्मी भी होंगे शामिल- कर्मचारी नेता
वहीं प्रशासन की तरफ से सभी डीसी रेट पर लगे कर्मचारियों को हड़ताल में नहीं शामिल होने की चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया. उनका कहना है कि हर बार सरकार और प्रशासन इस प्रकार की धमकियां देता है, लेकिन सभी कच्चे और पक्के कर्मचारी इस हड़ताल में शामिल होंगे.
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'अगर कच्चे कर्मियों पर होगी कार्रवाई तो करेंगे विरोध'
उन्होंने कहा कि अगर प्रशासन और सरकार की तरफ से उन पर कोई कार्रवाई करेगी तो उसका भी विरोध किया जाएगा. रोडवेज की हड़ताल को लेकर उन्होंने कहा कि रोड़वेज की 7 जनवरी को होने वाली हड़ताल स्थगित की गई है, लेकिन 8 जनवरी को रोड़वेज की हड़ताल जारी रहेगी.