हिसार: बुधवार को प्रदेश में हुई बारिश किसानों के लिए संजीवनी बनकर बरसी ( Winter Rainfall In haryana) है. जनवरी में होने वाली यह बारिश गेहूं, सरसों, जौ और चने की फसलों के लिए काफी फायदेमंद होगी. इसके साथ किसानों का सिंचाई में होने वाला खर्च भी बच गया हैं. इससे किसानों को दोहरा फायदा है. खर्च कम होने के साथ ही पैदावार भी बेहतर होगी.
किसान नेता सुबे सिंह बूरा ने बताया कि यह बारिश किसानों के लिए वरदान साबित होगी. क्योंकि किसानों के लिए मार्केट में यूरिया खाद भी कमी है और यह बारिश फसलों में खाद का भी काम करेंगी. वहीं सरसों और चने की फसल के लिए तो यह बेहद बढ़िया खाद है. यह बारिश किसानों के लिए जीवनदान है क्योंकि नहरों में पानी नहीं है और बिजली ट्यूबेल से सिंचाई की पूर्ति नहीं हो पाती. इसलिए इस बारिश से किसानों का खर्चा भी बचा है. सरसों की फसल इस समय फाल के ऊपर है. चने की फसल में भी भयंकर सुंडी की बीमारी फैल रही थी लेकिन बारिश से हुए हैं सुंडी बीमारी खत्म हो जाएंगी और किसानों को स्प्रे नहीं करना पडेगा.
हरियाणा मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार (haryana meteorological department) के अनुसार आगे भी बारिश होने की संभावना है. सर्दी के मौसम में बारिश फसलों के लिए काफी अच्छी है. बारिश से ठंड बढेगी और विशेषकर गेहूं की फसल में अच्छी ग्रोथ होगी. कृषि उपनिदेशक डा. महावीर सिहं ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियाता से मौसम में बदलाव आ रहा है.
मौसम बदलाव के कारण आसमान में बादल छाए रहेगें और हल्की बारिश होने की संभावनाऐं बनी हुई है. उन्होंने किसानों से अपील करते हुए कहा कि अभी रबी की फसलों की सिंचाई ना करें. मौसम खुलने के पश्चात फसलों में यूरिया खाद डालें.
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हरियाणा कृषि विद्यालय के मौसम एवं कृषि विज्ञानिक डॉ. कमल कीचड़ का कहना है कि यह बारिश रबी की फसलों के लिए बेहद फायदेमंद है. इस बारिश से फसलों में बीमारियों और पाले से भी बचाव होगा. इस समय फसलों में जो सिंचाई की जरूरत थी वह भी पूरी हो गयी है. जिससे किसानों का सिंचाई के लिए होने वाला खर्चा भी बच गया है.
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