हिसार: मसूदपुर गांव के बाद पड़ोसी गांव डाटा में भी बुधवार को 36 बिरादरी की पंचायत हुई. महापंचायत में प्रशासनिक अधिकारियों, बिजली कर्मियों और डॉक्टरों के गांव में प्रवेश पर रोक लगाने का फैसला किया गया. इसके बाद पुलिस रूटीन में जब इन गांवों में फ्लैग मार्च करने पहुंची तो टकराव की स्थिति बन गई.
फ्लैग मार्च करने पहुंची पुलिस काे ग्रामीणों ने गांव में नहीं घुसने दिया. लाठी-डंडे लेकर ग्रामीणों ने पुलिस का विरोध किया. जिसके बाद पुलिस को वापस लौटना पड़ा. गांव मसूदपुर और डाटा में फ्लैग मार्च के लिए हांसी पुलिस को ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा. लाठीचार्ज के विरोध में ग्रामीणों ने ये फैसला किया.
खबर है कि डाटा गांव में 50 से ज्यादा लोग कोरोना संक्रमित हो चुके हैं, जिनमें से 10 एक्टिव केस हैं. कोरोना से एक मौत भी हो चुकी है. हालांकि, ग्रामीणों ने 25 मौतें होने का दावा किया है. गांवों में कोरोना संक्रमण रोकने के लिए सरकार ने डोर टू डोर सर्वे के लिए टीमों को फील्ड में उतार रखा है. साथ ही, गांवों में आइसोलेशन सेंटर भी बनाए जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीण अब किसी को गांव में घुसने नहीं दे रहे.