हिसार: जननायक जनता पार्टी ने राष्ट्रीय सचिव उमेद लोहान को पार्टी विरोधी गतिविधियों में संलिप्त पाए जाने पर पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है. पार्टी से निष्कासित होने के बाद उमेद लोहान ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की.
'फैसला पार्टी संविधान के खिलाफ'
उमेद सिंह लोहान ने अपनी ऊपर हुई इस कार्रवाई को पार्टी संविधान के विरुद्ध बताया. उमेद ने बताया कि जो नीतियां पार्टी संविधान, ताऊ देवीलाल, किसान, मजदूर के मुताबिक लोगों को बताई गई थी, उन से हटकर जेजेपी ने चलना शुरू कर दिया था. जब उन्होंने इसको लेकर आवाज उठाई तो पार्टी के बड़े नेताओं को ये हजम नहीं हुआ और उन नीतियों को दुरुस्त करने की बजाय उन पर ही कार्रवाई कर दी गई.
लोहान ने निष्कासन को बताया अवैध
जननायक जनता पार्टी की तरफ से दिए नोटिस और उसके बाद निष्कासित किए जाने को अवैध बताते हुए उमेद सिंह लोहान ने कहा कि 2 दिन पहले कोई व्यक्ति उन्हें नोटिस देकर गया. पार्टी के चीफ जनरल सेक्रेटरी की तरफ से ये नोटिस दिया गया था, लेकिन उस पर हस्ताक्षर किसी जयप्रकाश के थे. लोहान ने कहा कि नोटिस में उनको जवाब देने के लिए 2 दिन का वक्त दिया गया था.
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'जवाब देने से पहले की गई कार्रवाई'
उमेद सिंह लोहान ने कहा कि ये नोटिस ना तो पार्टी संविधान के तहत और ना ही किसी संस्थान की तरफ से आया था. उन्होंने कहा कि इसके बावजूद भी उन्होंने उस नोटिस का जवाब तैयार किया और वो बुधवार को इसका जवाब देने ही वाले थे, लेकिन 2 दिन का वक्त पूरा होने से पहले ही उन्हें पार्टी से 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया गया.
दुष्यंत चौटाला की सद्बुद्धि के लिए किया था यज्ञ
बता दें कि पार्टी के टिकट को लेकर लिए गए फैसले के बाद जेजेपी नेता उमेद लोहान दुष्यंत चौटाला के विरोध में आ गए थे. उन्होंने बीते दिनो सिसाय गांव में दुष्यंत की सद्बुद्धि के लिए यज्ञ भी किया था. उन्होंने दुष्यंत के फैसले पर नाराजगी जताते हुए नारनौंद से जेजेपी प्रत्याशी रामकुमार गौतम का विरोध करने का ऐलान किया है.