हिसार: पेट्रोल और डीजल की आसमान छूती कीमतों को लेकर शनिवार को ट्रक ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने अपने ट्रकों को रोककर सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किया. एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव कुलदीप बेनीवाल ने कहा कि जिस तरह से डीजल की कीमतें ऐतिहासिक स्तर पर बढ़ रही हैं. उससे ट्रांस्पोर्ट्स का व्यापार चलाना नामुमकिन हो रहा है. उन्होंने कहा कि एक तो कमर्शियल व्हीकल की एवरेज ही 2 से 5 कि.मी. प्रति लीटर तक होती है. ऊपर से सरकार तेल के दामों में बेतहाशा बढ़ा रही है. जिससे ट्रांसपोर्ट का व्यापार चलाना मुश्किल हो रहा है. वहीं तेल की कीमत में बढ़ोतरी से महंगाई में भी भारी बढ़ोत्तरी होगी.
कुलदीप बेनीवाल ने कहा कि पड़ोसी देशों में तेल के दाम कम हैं, जबकि उन देशों की आर्थिक स्थिति भी हम से अच्छी नहीं है. ऐसे में हमारी सरकार को भी देश की जनता के बारे में सोचना चाहिए. उन्होंने कहा कि जैसे-जैसे तेल की कीमतों में बढ़ोतरी होगी. वैसे-वैसे महंगाई भी बढ़ेगी. इसलिए सरकार को तुरंत पेट्रोल और डीजल के दामों में कटौती करके जनता को राहत देनी चाहिए.
ट्रांस्पोर्ट एसोसिएशन के प्रदेश महासचिव ने कहा कि एक तो कोरोना के चलते ट्रांसपोर्ट सेक्टर और जनता आर्थिक मार झेल रही है. उपर से तेल की मनमानी कीमते बढ़ने से जनता के सामने आर्थिक संकट उत्पन्न हो जाएगा. इसलिए सरकार को तुरंत राहत देनी चाहिए.
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बता दें कि, भारत में तेल के दामों में उस समय बढ़ोतरी हो रही है जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल की कीमतों में नरमी है, इसके बावजूद तेल कंपनियां अपना मार्जिन सुधारने के लिए कीमतें बढ़ा रही हैं. पेट्रोल-डीजल के दाम में तेल कंपनियों ने शनिवार को लगातार 21वें दिन बढ़ोतरी की है. तेल के दाम में लगातार बढ़ोतरी होने से जनता त्रस्त है. इस समय पेट्रोल प्रति लीटर 80.38 और डीजल 80.40 मिल रहा है. तेल की कीमतों में लगातार होती बढ़ोतरी के चलते विपक्ष अब बीजेपी सरकार पर हमलावर हो गई है. पूरे देश में कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियां तेल की बढ़ती कीमतों को लेकर प्रदर्शन कर रही हैं.