हिसार: दो जून को हरियाणा प्रदेश में 1983 पीटीआई शिक्षकों को बर्खास्त किए जाने के बाद से लगभग 61 दिनों से पीटीआई शिक्षक पूरे प्रदेश के जिला मुख्यालयों पर धरने पर बैठे हैं. पीटीआई शिक्षकों की मांग है कि उन्हें बहाल करते हुए पुनः नियुक्ति दी जाए.
इसको लेकर पीटीआई शिक्षक प्रदेश के मंत्री, एमएलए, एमपी और अन्य संबंधित अधिकारियों को ज्ञापन के माध्यम से मांग पत्र दे चुके हैं. पीटीआई शिक्षकों का आरोप है कि सरकार का कोई भी मंत्री या एमएलए उन्हें ठोस आश्वासन नहीं दे रहा है.
इससे नाराज होकर ठीक स्वतंत्रता दिवस के एक दिन पहले प्रदेश भर में पीटीआई शिक्षकों ने सामूहिक गिरफ्तारियां दी हैं. हिसार जिले में भी लगभग दो हजार पीटीआई शिक्षक और उनके परिजन इकट्ठा हुए. पीटीआई शिक्षकों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की जिसके बाद पुलिस ने उनको गिरफ्तार किया है.
पीटीआई एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष विजय सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि पिछले लगभग 2 महीनों से निष्कासित किए गए 1983 पीटीआई शिक्षक धरने पर हैं, लेकिन सरकार में किसी भी मंत्री, एमपी, एमएलए से उन्हें कोई ठोस आश्वासन नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि सरकार में सभी मंत्रियों, विधायकों को ज्ञापन के माध्यम से जानकारी दी जा चुकी है.
उन्होंने कहा कि अब सभी पीटीआई शिक्षक प्रदेश भर में गिरफ्तारियां देकर विरोध दर्ज करवा रहे हैं. विजय सिंह ने दावा किया कि हिसार जिले में करीब 2000 लोग गिरफ्तारियां देंगे. उन्होंने कहा कि नौकरी से निकाले जाने के बाद उनके पास रोजमर्रा की जरूरतों को पूरा करने के साधन भी पर्याप्त नहीं हैं. इसलिए वे सड़कों पर मरने की बजाय जेल जाना पसंद करेंगे.
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विजय सिंह ने सरकार को चेतावनी देते हुए सख्त लहजे में कहा कि जब तक सरकार उनकी मांगें नहीं मानती तब तक वह धरना प्रदर्शन लगातार शांतिपूर्वक तरीके से जारी रखेंगे.