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पीड़ित महिलाओं का मसीहा बना सुकून केंद्र, यहां महिलाओं को मिलती है हर संभव मदद

हर साल अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस 8 मार्च को मनाया जाता है. महिलाओं के आत्मसम्मान के लिए हरियाणा के जिला हिसार सिविल अस्पताल में सुकून केंद्र अहम भूमिका अदा कर रहा है.

Relaxation Center of Civil Hospital
पीड़ित महिलाओं का मसीहा बना सुकून केंद्र
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Published : Mar 7, 2023, 6:56 PM IST

Updated : Mar 7, 2023, 10:58 PM IST

हिसार: अपराध का शिकार हुई महिलाओं और बालिकाओं को कानूनी एवं स्वास्थ्य मदद का सुकून देने में हिसार के सिविल अस्पताल का सुकून केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है. पिछले एक साल में फरवरी 2022 से फरवरी 2023 तक करीब 231 पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलवाने और दोबारा घर बसाने में हर संभव मदद मिली है. सुकून केंद्र के काउंसलर राहुल शर्मा के अनुसार हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर के द्वारा सुकून केंद्र संचालित है.

अत्याचार के खिलाफ महिलाएं उठा सकती है आवाज: यहां पीड़िताओं को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण), महिला थाना, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी इत्यादि के सहयोग से काउंसिलिंग सहित अन्य कानूनी सुविधा मुहैया होती हैं. राहुल शर्मा ने बताया कि महिलाएं घरेलू हिंसा व यौन हिंसा चुपचाप सहन करती हैं. महिलाओं को डर होता है कि समाज में उनकी बदनामी हो जाएगी, इसलिए वो खुद को लाचार भी समझती हैं. जिसके बाद उनके मन में आत्महत्या के विचार आना, डर, शर्म और खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं.

पीड़ित महिलाओं का मसीहा बना सुकून केंद्र: उपमंडल हांसी के एक गांव की 2 बहनें, जिनको ससुराल वाले बिना किसी कारण ससुराल नहीं ले जा रहे थे. उनकी शिकायत महिला थाना हांसी में दर्ज हुई थी. मामला सुकून केंद्र में पहुंचा था, जिनकी घरेलू समस्या का समाधान करवाकर ससुराल भिजवाया था. इसी तरह से नेपाल की लड़की को बहला-फुसलाकर घुमाने के लिए हिसार लाया गया. इसकी शादी भी इच्छा के विरुद्ध किसी अन्य से करवाना चाहते थे. यह मामला सुकून केंद्र तक पहुंचा, तो लड़की को वापस नेपाल पहुंचाने में उसका सहयोग किया था.

कई महिलाओं को दिलाया न्याय: वहीं, पटेल नगर की एक अन्य महिला को उसका पति नशा करके पीटता था. घरेलू हिंसा का शिकार महिला का निःशुल्क एमएलआर कटवाकर उसकी काउंसलिंग करवाकर कानूनी मदद दिलवाई थी. इसके अलावा महिला के पति को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित भी किया था. इधर, एक पीड़ित लड़की को कानूनी जानकारी नहीं थी. उसकी मदद करते हुए उपचार करवाया और डीएसएसए से निःशुल्क न्याय दिलवाने के लिए वकील सहायता प्रदान करवाई थी.

सुकून केंद्र में पीड़ित महिलाओं को सुविधाएं: इसके अलावा आपको बताते हैं कि सुकून केंद्र में महिलाओं के लिए क्या-क्या सुविधाए दी जाती हैं. अपनी जानकारी देने या अपनी परिस्थिति बताने के लिए सुरक्षित माहौल महिलाओं के लिए यहां पर है. अपने अधिकारों के बारे में जानने और जरूरी डॉक्टरी जांच करवाने की भी सुविधा महिलाओं को दी जाती है. पुलिस में शिकायत करने की पूरी जानकारी बताई जाती है. मुफ्त कानूनी सलाह एवं सेवा के लिए मदद के साथ-साथ अन्य सरकारी सेवाओं एवं सहायक नेटवर्क से संपर्क और जरूरत के अनुसार अन्य चीजों की भी सुविधाएं महिलाओं को यहां पर दी जाती है.

ये आंकड़े चौंकाने वाले: ऐसी ना जानें कितनी महिलाएं हैं, जो घरेलू हिंसा की या अन्य किसी परेशानी से जूझती रहती हैं. अभी तक हिसार सिविल अस्पताल सुकून केंद्र में कितने मामले सामने आए हैं. यहां पर घरेलू हिंसा के 115 मामले, जहर से पीड़ित 9, यौन हिंसा के 68 मामले सामने आए हैं. वहीं, फॉलोअप केस 57, मानसिक हिंसा के 39 मामले और फोन फॉलोअप के 227 केस सामने आए हैं.

ये भी पढ़ें: सिरसा में NIA की छापेमारी, दो घरों के बाहर चिपकाया नोटिस, गैंगस्टर से कनेक्शन की आशंका

जानिए महिलाओं के अधिकार: महिलाओं को जानना जरूरी है कि उनके अधिकार क्या हैं. महिलाओं के अधिकार में FIR आपका अधिकार है आप अपने उपर हो रहे अत्याचारों को सहन ना करके उन अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं और अपने उपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकती हैं. FIR बिना किसी शुल्क के दर्ज हो जाती है और इसकी आपको एक कॉपी भी मिलती है. इसके अलावा पुलिस द्वारा शारीरिक क्षति या भावनात्मक उत्पीड़न पर मजिस्ट्रेट से मेडिकल की भी मांग कर सकती हैं. आपको बता दें कि घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला फ्री में एमएलआर और पुलिस की भी मदद ले सकती हैं. घरेलू हिंसा के उत्पीड़ने के लिए 2005 का एक्ट उपलब्ध है. घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला और बच्चे सुकून केंद्र में फ्री में सहायता ले सकते हैं.

ये भी पढ़ें: चंडीगढ़ पीजीआई के डॉक्टर से जानें होली पर कैसे रखें स्वास्थ्य का ध्यान, कहीं खराब ना हो जाए चेहरा

हिसार: अपराध का शिकार हुई महिलाओं और बालिकाओं को कानूनी एवं स्वास्थ्य मदद का सुकून देने में हिसार के सिविल अस्पताल का सुकून केंद्र अहम भूमिका निभा रहा है. पिछले एक साल में फरवरी 2022 से फरवरी 2023 तक करीब 231 पीड़ित महिलाओं को न्याय दिलवाने और दोबारा घर बसाने में हर संभव मदद मिली है. सुकून केंद्र के काउंसलर राहुल शर्मा के अनुसार हरियाणा स्टेट हेल्थ रिसोर्स सेंटर के द्वारा सुकून केंद्र संचालित है.

अत्याचार के खिलाफ महिलाएं उठा सकती है आवाज: यहां पीड़िताओं को डिस्ट्रिक्ट लीगल सर्विस अथॉरिटी (जिला विधिक सेवा प्राधिकरण), महिला थाना, चाइल्ड वेलफेयर कमेटी इत्यादि के सहयोग से काउंसिलिंग सहित अन्य कानूनी सुविधा मुहैया होती हैं. राहुल शर्मा ने बताया कि महिलाएं घरेलू हिंसा व यौन हिंसा चुपचाप सहन करती हैं. महिलाओं को डर होता है कि समाज में उनकी बदनामी हो जाएगी, इसलिए वो खुद को लाचार भी समझती हैं. जिसके बाद उनके मन में आत्महत्या के विचार आना, डर, शर्म और खुद को असुरक्षित महसूस करती हैं.

पीड़ित महिलाओं का मसीहा बना सुकून केंद्र: उपमंडल हांसी के एक गांव की 2 बहनें, जिनको ससुराल वाले बिना किसी कारण ससुराल नहीं ले जा रहे थे. उनकी शिकायत महिला थाना हांसी में दर्ज हुई थी. मामला सुकून केंद्र में पहुंचा था, जिनकी घरेलू समस्या का समाधान करवाकर ससुराल भिजवाया था. इसी तरह से नेपाल की लड़की को बहला-फुसलाकर घुमाने के लिए हिसार लाया गया. इसकी शादी भी इच्छा के विरुद्ध किसी अन्य से करवाना चाहते थे. यह मामला सुकून केंद्र तक पहुंचा, तो लड़की को वापस नेपाल पहुंचाने में उसका सहयोग किया था.

कई महिलाओं को दिलाया न्याय: वहीं, पटेल नगर की एक अन्य महिला को उसका पति नशा करके पीटता था. घरेलू हिंसा का शिकार महिला का निःशुल्क एमएलआर कटवाकर उसकी काउंसलिंग करवाकर कानूनी मदद दिलवाई थी. इसके अलावा महिला के पति को नशा छोड़ने के लिए प्रेरित भी किया था. इधर, एक पीड़ित लड़की को कानूनी जानकारी नहीं थी. उसकी मदद करते हुए उपचार करवाया और डीएसएसए से निःशुल्क न्याय दिलवाने के लिए वकील सहायता प्रदान करवाई थी.

सुकून केंद्र में पीड़ित महिलाओं को सुविधाएं: इसके अलावा आपको बताते हैं कि सुकून केंद्र में महिलाओं के लिए क्या-क्या सुविधाए दी जाती हैं. अपनी जानकारी देने या अपनी परिस्थिति बताने के लिए सुरक्षित माहौल महिलाओं के लिए यहां पर है. अपने अधिकारों के बारे में जानने और जरूरी डॉक्टरी जांच करवाने की भी सुविधा महिलाओं को दी जाती है. पुलिस में शिकायत करने की पूरी जानकारी बताई जाती है. मुफ्त कानूनी सलाह एवं सेवा के लिए मदद के साथ-साथ अन्य सरकारी सेवाओं एवं सहायक नेटवर्क से संपर्क और जरूरत के अनुसार अन्य चीजों की भी सुविधाएं महिलाओं को यहां पर दी जाती है.

ये आंकड़े चौंकाने वाले: ऐसी ना जानें कितनी महिलाएं हैं, जो घरेलू हिंसा की या अन्य किसी परेशानी से जूझती रहती हैं. अभी तक हिसार सिविल अस्पताल सुकून केंद्र में कितने मामले सामने आए हैं. यहां पर घरेलू हिंसा के 115 मामले, जहर से पीड़ित 9, यौन हिंसा के 68 मामले सामने आए हैं. वहीं, फॉलोअप केस 57, मानसिक हिंसा के 39 मामले और फोन फॉलोअप के 227 केस सामने आए हैं.

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जानिए महिलाओं के अधिकार: महिलाओं को जानना जरूरी है कि उनके अधिकार क्या हैं. महिलाओं के अधिकार में FIR आपका अधिकार है आप अपने उपर हो रहे अत्याचारों को सहन ना करके उन अत्याचारों के खिलाफ आवाज उठा सकती हैं और अपने उपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ शिकायत दर्ज करवा सकती हैं. FIR बिना किसी शुल्क के दर्ज हो जाती है और इसकी आपको एक कॉपी भी मिलती है. इसके अलावा पुलिस द्वारा शारीरिक क्षति या भावनात्मक उत्पीड़न पर मजिस्ट्रेट से मेडिकल की भी मांग कर सकती हैं. आपको बता दें कि घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला फ्री में एमएलआर और पुलिस की भी मदद ले सकती हैं. घरेलू हिंसा के उत्पीड़ने के लिए 2005 का एक्ट उपलब्ध है. घरेलू हिंसा से पीड़ित महिला और बच्चे सुकून केंद्र में फ्री में सहायता ले सकते हैं.

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Last Updated : Mar 7, 2023, 10:58 PM IST
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