हिसार: ग्राम सचिव पद परीक्षा में नकल के खेल में पुलिस की जांच में कई बड़े खुलासे हुए हैं. परीक्षा केंद्रों में जैमर का ठेका लेने वाले संदीप उर्फ यशपाल ने परीक्षार्थी प्रवीण से परीक्षा केंद्र में ई-डिवाइज मुहैया करवाने के लिए 2 लाख रुपये में सौदा किया था. परीक्षा के दिन संदीप ने रूपेश को सेंटर में जैमर ऑपरेटर लगाकर उसके हाथों प्रवीण तक ई-डिवाइज पहुंचाई थी.
परीक्षा केंद्र के बाहर गाड़ी में जगबीर (गाड़ी मालिक) और प्रदीप बैठे थे, जिन्होंने वॉकी-टॉकी से प्रवीण को पांच-सात प्रश्नों के जवाब तक बताए थे. पुलिस रिमांड के दाैरान प्रवीण ने खुलासा किया कि उसने ई-डिवाइज ऑनलाइन खरीदी थी. ठेकेदार संदीप द्वारा सेटिंग करवाने पर व्हाट्स एप पर आंसर-की साेनीपत के भटाना जाफराबाद वासी रविंद्र ने मुहैया करवाई थी. इसके लिए एक लाख रुपये देने थे.
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प्रवीण ने अपने साथियों को केंद्र से बाहर वॉकी-टाॅकी का इस्तेमाल करके आंसर-की बताने में सहयोग मांगा था. जगबीर अपनी गाड़ी में प्रदीप और प्रवीण को बैठाकर सेंटर तक लाया था. आरोपी भटाना जाफराबाद सोनीपत निवासी रविंद्र ने पुलिस पूछताछ में बताया कि सोनीपत वासी अंकित से आंसर-की ली थी. इसने सोनीपत के जुआं वासी आशीष से आंसर-की ली थी. आशीष कहां से लाया था, ये पूछताछ में सामने आएगा.
दिल्ली से खरीदे थे 6 ई-डिवाइज
ग्राम सचिव पद की परीक्षा में दिल्ली से 6 ई-डिवाइज खरीदकर लाने वाले आरोपी सोनीपत के रविंद्र, अंकित और आशीष ने पुलिस पूछताछ में बताया कि हमारे पास रोहतक के पुष्पेंद्र ने आंसर-की पास की थी. वहीं, रोहतक का धर्मेंद्र और करनाल का परमजीत एक-एक ई-डिवाइज लेकर गया था.
बाकी आरोपियों की तलाश जारी
बता दें कि हिसार पुलिस चार ई-डिवाइज बरामद कर चुकी है. रोहतक के पुष्पेंद्र, धर्मेंद्र और करनाल के परमजीत की धरपकड़ के लिए पुलिस टीमें कोशिश कर रही हैं. उनके घरों और संभावित ठिकानों पर दबिश दी जा रही है. अभी तक हिसार पुलिस ने 14 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.