हिसार: हरियाणा के हिसार शहर से करीब 10 किलोमीटर दूर एक गांव की 13 वर्षीय किशोरी की मौत से (minor girl murder in Hisar) एक तरफ परिवार गमगीन तो वहीं ग्रामीणों में गुस्सा है. बेटी की मौत कैसे हुई? यह सवाल बीते 9 दिनों से गांव वासियों के ज़हन में है. इसका जवाब न मिलने से बेटी की आत्मा को न्याय में देरी के कारण सैकड़ों लोग सड़क पर उत्तर आए. क्रांतिमान पार्क से करीब डेढ़ किलोमीटर तक हाथों में कैंडल (candle march in hisar) पकड़े नागोरी गेट तक मार्च निकाला गया.
सड़क पर पीड़ित परिवार के साथ ना सिर्फ ग्रामीण बल्कि शहर भी साथ खड़ा दिखाई दिया. आलम यह था कि प्रदर्शन के दौरान पूरा शहर कुछ समय के लिए थम गया था. इस प्रदर्शन में (people protest for justice) मौजूद हर शख्स की जुबां पर सिर्फ एक ही मांग थी. बेटो को जल्द से जल्द न्याय मिले. इस दौरान विभिन्न संगठनों ने कहा कि दिवंगत बेटी किसी जाति या धर्म की नहीं बल्कि सबकी है.
बेटी की मौत से परिवार दुखी तो इलाके के लोगों में गुस्सा है. गुस्साए लोगों और परिवार ने कहा कि कोई आर्थिक मांग नहीं और न कोई नौकरी चाहिए तो सिर्फ और सिर्फ न्याय. ऐसा नहीं हुआ तो बड़ा आंदोलन (people doing candle march) और आमरण अनशन करेंगे. इधर, पुलिस ने पूर्व में दर्ज मुकदमे में हत्या, दुष्कर्म और पोक्सो एक्ट की धारा को जोड़ दिया है.
प्रदर्शन में वरिष्ठ अधिवक्ता लाल बहादुर खोवाल, कांग्रेस नेता अनिल मान, आप नेता मनोज राठी, कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा, किसान नेता सज्जन सिंह, हनुमान वर्मा, रामतीर्थ, तेलू राम, प्रदीप भानखड़ सहित 36 बिरादरी के लोग शामिल हुए हैं. इसके चलते ही कैंडल मार्च और रोष प्रदर्शन (people protest in hisar) के कारण करीब 3 घंटे तक शहर में ट्रैफिक जाम (traffic jam in hisar) रहा. कैंडल लेकर प्रदर्शनकारी महिलाएं और पुरुष चौक को घेरकर बैठ गए. इस दौरान वहां से वाहनों की आवाजाही बाधित होती देख पुलिस टीम ने वाहनों को डाइवर्ट करवाना शुरू कर दिया था.
दसअसल इस मामले में किशोरी के लापता होने पर 29 नवंबर को बहला-फुसलाकर ले जाने का केस दर्ज हुआ था. 3 दिसंबर को किशोरी का शव (minor girl murder in Hisar) मिलने के बाद सिविल अस्पताल में मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवाया गया. कर्मचारी नेता दलबीर किरमारा ने बताया कि लाला लाजपत राय चौक से पुलिस को 72 घंटे का अल्टीमेटम दिया है. अगर आरोपियों को गिरफ्तार नहीं किया तो गठित कमेटी की मीटिंग करके बड़ा आंदोलन व कड़ा फैसला लेने पर मजबूर होगी.
इसके बाद गिरफ्तारी भी देनी पड़े तो कोई पीछे नहीं (Hisar people protest for justice) हटेगा. किशोरी के ताऊ ने बताया कि विसरा सहित अन्य पोस्टमार्टम रिपोर्ट का आखिर कब तक इंतजार करें? भतीजी को खोने के बाद से परिवार को गहरा सदमा लगा है. बेटी के साथ गलत हुआ है और जिसने किया है उसे सख्त सजा मिलनी ही चाहिए. इस दौरान परिजनों ने प्रशासन से जल्द से जल्द बेटी के कातिलों को कड़ी से कड़ी सजा देने की मांग की गई है.