हिसार: एंटी करप्शन ब्यूरो करनाल की टीम ने सोमवार को रिश्वत लेने के आरोप में हांसी की आर्थिक अपराध शाखा के इंचार्ज इंस्पेक्टर उमेद और धर्मखेड़ी निवासी दलाल शिव कुमार को गिरफ्तार किया है. उमेद लोहान और शिवकुमार ने हिसार के एक वकील का नाम केस से हटाने के लिए 7 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी. इसकी शिकायत पीड़ित पक्ष ने एसीबी करनाल की टीम को कर दी. जिस पर कार्रवाई करते हुए टीम ने आरोपियों को रंगे हाथों धर दबोचा.
जानकारी के अनुसार एसीबी करनाल की टीम ने दोनों आरोपियों को 1 लाख रुपए रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. दोनों आरोपियों के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज किया गया है. एसीबी से मिली जानकारी के अनुसार हांसी थाने में वर्ष 2021 में एक बीमा कंपनी के मैनेजर डॉ. बृजेश कुमार की शिकायत पर साहिब, अमित ओमी, डॉ. विजय व एक वकील सुनील पर केस दर्ज हुआ था.
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ये कैंसर रोगियों को दुर्घटना में मृत दिखाकर क्लेम लेते थे. इन आरोपियों में शामिल वकील को केस से निकालने के लिए रिश्वत मांगी जा रही थी. एसीबी करनाल के इंस्पेक्टर सचिन ने बताया कि आर्थिक अपराध शाखा हांसी के इंचार्ज ने एक आरोपी को मुकदमे से बाहर निकालने के लिए 7 लाख रुपए की डिमांड की थी. आरोपी कार्रवाई से पहले करीब 5 से 5.50 लाख रुपए ले चुके थे और एक लाख रुपए की ओर डिमांड कर रहे थे.
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एसीबी ने दलाल शिवकुमार को एक लाख रुपए की रिश्वत लेते ने हुए बरवाला के पास रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी टीम की पूछताछ के दौरान दलाल ने बताया कि उसने यह रिश्वत इंस्पेक्टर उमेद के कहने पर ली है और उन्होंने ही उसे एक लाख रुपए लेने के लिए भेजा था. एसीबी करनाल की टीम ने इसके बाद इंस्पेक्टर उमेद को भी गिरफ्तार कर लिया.